जांजगीर-चांपा : छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में इलाज का झांसा देकर पति-पत्नी ने 10 साल के बच्चे को अगवा कर लिया। फिर बच्चे की दादी को कॉल कर 75 हजार रुपए की फिरौती मांगी। रुपये नहीं देने पर बच्चे को भूल जाने की बात कही। आरोपियों ने कहा कि बच्चे के माता-पिता ने उनसे रुपये उधार लिए थे, जिसे नहीं लौटा रहे थे। फिलहाल मामला दर्ज होने के तीन दिन बाद पुलिस ने आरोपी दंपति को गिरफ्तार कर लिया है। बच्चे को सकुशल बरामद कर उसके परिजनों को सैांप दिया गया है। मामला बलौदा थाना क्षेत्र का है।
इलाज के बहाने किया अगवा
जानकारी के मुताबिक, शनिचराडीह निवासी दंपति को अकलतरा के पोड़भाटा, वार्ड-2 निवासी कमला बाई चौहान उसके पति छबिलाल ने उत्तर प्रदेश के घाटमपुर में ईंट-भट्टे पर मजदूरी का काम दिलाया था। घर में दंपति के बेटा और बेटी अपनी दादी के साथ रहते थे। इस दौरान 6 फरवरी की दोपहर 12 बजे कमला बाई चौहान दंपति के घर पहुंची और बुजुर्ग से बोली कि बच्चे को डॉक्टर के पास अकलतरा ले जाना है। शाम तक घर छोड़ जाएगी। उसकी बातों में आकर बुजुर्ग ने बच्चे को उसके साथ भेज दिया।
पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपियों को पकड़ा
देर शाम तक भी कमला बाई बच्चे को लेकर नहीं लौटी। फिर बच्चे की दादी को कॉल किया और 75 हजार रुपये की फिरौती मांगी। कहा कि रुपये नहीं मिले तो बच्चे को भूल जाना। तुम रुपये देकर अपने पोते को ले जाओ। इस पर बच्चे की दादी गुरुवार को थाने पहुंची और अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। थाना प्रभारी गोपाल सतपथी ने बताया कि बच्चे की दादी के बताए गए पते पर पुलिस टीम को रवाना किया गया। वहां घेराबंदी कर महिला और उसके पति को गिरफ्तार किया। बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया है।