छत्तीसगढ़

भारत जोड़ो यात्रा बीच में ही छोड़ने की सोच रहे थे राहुल गांधी, कांग्रेस नेता ने किया खुलासा, बताई वजह

नईदिल्ली : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भारत जोड़ो यात्रा पूरी करने की राहुल गांधी की प्रतिबद्धता की तारीफ की है। उन्होंने इस यात्रा के शुरुआती दिनों के घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि एक समय यात्रा में ऐसी स्थिति आ गई थी कि राहुल ने घुटने की गंभीर समस्या की वजह से यात्रा का नेतृत्व किसी और को देने पर विचार करना शुरू कर दिया था। वे खुद इस यात्रा को छोड़ना चाहते थे।

राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले वेणुगोपाल ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में ऐसी स्थिति पैदा हो गई थी कि प्रियंका गांधी को भी कहना पड़ा था कि उनके भाई गंभीर दर्द की वजह से राष्ट्रव्यापी पैदल मार्च से हट सकते हैं। यहां तक कि यात्रा की कमान वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को देने की बात भी की जा रही थी।

‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल यात्रियों को सम्मानित करने के लिए केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) की ओर से आयोजित कार्यक्रम में वेणुगोपाल ने बताया, ‘‘जब यात्रा कन्याकुमारी से शुरू होने के बाद तीसरे दिन केरल में दाखिल हुई, तब उनके (राहुल गांधी) घुटने का दर्द और बढ़ गया था। उन्होंने मुझे घुटने के दर्द की गंभीरता बताने के लिए बुलाया और सुझाव दिया कि किसी और वरिष्ठ नेता के नेतृत्व में यात्रा को जारी रखा जाए।’’

पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए वेणुगोपाल ने बताया कि सात सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से यात्रा शुरू हुई और केरल में दाखिल हुई। उन्होंने बताया कि राहुल गांधी के बिना यात्रा कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं के लिए अकल्पनीय थी। ऐसे में वे राहुल के ठीक होने की दुआ कर रहे थे।

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि राहुल गांधी के बढ़ते दर्द के बीच उनके इलाज के लिए एक फिजियोथेरेपिस्ट को बुलाया गया। उनके इलाज की वजह से ही राहुल की परेशानी दूर हुई। गौरतलब है कि राहुल खुद केरल में यात्रा के दौरान अपने घुटनों के दर्द के बारे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बता चुके थे। हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने 136 दिन तक चली यात्रा में 4000 किमी की दूरी पैदल ही पूरी की। इस दौरान राहुल की यह यात्रा 12 राज्य और दो केंद्र शासित प्रदेशों के 75 जिलों से होकर गुजरी।