राजनांदगांव : छत्तीसगढ़ के बस्तर में भाजपा नेताओं की हत्या मामले में DGP के NIA जांच के लिए पत्र लिखने के बाद राजनीति गरमा गई है। भाजपा ने इसे लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। वहीं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि अगर रमन सिंह को सरकार पर भरोसा नहीं है तो एनआईए जांच करा लें। अब तो डीजीपी ने भी उसे लेकर पत्र लिख दिया है, लेकिन हत्या का राजनीतिकरण न करें। हत्या हुई है, उसकी निंदा करते हैं। हमने भी अपने लोग खोए हैं। फिर धरना-प्रदर्शन किस बात का। मुख्यमंत्री बघेल गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर राजनांदगांव पहुंचे थे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, रमन सिंह के राज में झीरम घाटी, दरभा घाटी में दिन में भी नहीं जा सकते थे। आज लोग रात में 10 बजे,12 बजे अकेले जा सकते हैं, यह अंतर आया है पहले और अब में। उन्होंने कहा कि, नक्सली बहुत सिमट गए हैं। अब वह कैंपों पर हमला नहीं कर रहे, आईईडी ब्लास्ट नहीं कर रहे हैं। अब वह व्यक्तिगत किसी के घर में जाकर टारगेट कर इस प्रकार की हत्याएं कर रहे हैं। इसका अर्थ यह है कि नक्सली बहुत कमजोर हो चुके हैं पहले के मुकाबले। बस्तर में तीन लोगों की हत्या हुई है। उनकी हत्या नक्सलियों ने की है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
नेताओं की सुरक्षा हटाने को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश ने कहा कि, सबसे ज्यादा रमन सिंह की सुरक्षा है। मुख्यमंत्री से ज्यादा सुरक्षा तो रमन सिंह की है। उनके शासनकाल में जितने विधायक हैं, पूर्व विधायक हैं सब के पीएसओ हटा दिया गया था। कम से कम हमारे यहां ऐसा नहीं है। सुरक्षा हम पूरी दे रहे हैं। इससे पहले मुख्यमंत्री बघेल ने दिग्विजय कॉलेज के वार्षिक उत्सव में शामिल हुए। उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा अनावरण किया। साथ ही 79वीं राजा सर्वेश्वर दास अखिल भारतीय हॉकी प्रतियोगिता में पहुंचे और इंटरनेशनल हॉकी स्टेडियम को दो करोड़ रुपये की सौगात दी है। इससे पवेलियन और लाइट की व्यवस्था की जाएगी।