कोरबा: कोरबा जिले के खम्हरिया गांव के एक 10 वर्ष के बच्चे की बिच्छू के डंक मारने से मौत हो गई। एसईसीएल के गेवरा स्थित अस्पताल में उपचार के बाद उसे कोरबा के लिए रेफर किया गया। इमरजेंसी में किसी डॉक्टर के मौजूद न होने पर बच्चे का उपचार समय पर शुरू नहीं हो सका। मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि सही समय पर उपचार मिलता तो उसका पुत्र जीवित होता।
हरदीबाजार थाना के खम्हरिया गांव में रहने वाले सचिन निराला को सुबह बिच्छू ने डंक मार दिया था। घटना के दौरान बालक अपने कुछ मित्रों के साथ घर के नजदीक खेल रहा था। अचानक हुई घटना से उसकी चीख निकल गई। आवाज सुनकर घर के लोग हरकत में आए और मुखिया को फोन पर जानकारी दी गई।
मृतक के पिता लक्ष्मी प्रसाद ने बताया कि वो निजी एंबुलेंस का चालक है। घटना के वक्त वह काम पर गया हुआ था। मुझे फोन पर जानकारी मिली कि उसके बच्चे को किसी जहरीले बिच्छू ने काट लिया। जैसे-तैसे मैं घर पहुंचा और आनन-फानन में पीड़ित को एनसीएच गेवरा पहुंचाया। यहां पर डॉक्टर पवन ने जरूरी उपचार किया। इसके बाद पीड़ित के द्वारा सीने में दर्द की शिकायत करने पर उसे कोरबा के लिए रेफर किया गया। आरोप है कि जिला अस्पताल में इमरजेंसी में ड्यूटी डॉक्टर उपलब्ध नहीं थे। अगर बेटे को वक्त रहते इलाज मिल जाता तो शायद आज वो जिंदा होता।