नई दिल्ली: भारत के दिग्गज कुश्ती खिलाड़ियों ने जनवरी में भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला खिलाड़ियों के साथ यौन शोषण करने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे. इसके चलते इन खिलाड़ियों ने जंतर-मंतर पर धरना भी दिया था. इसके बाद भारतीय ओलिंपिक संघ( IOA) और फिर खेल मंत्रालय ने जांच समिति का गठन किया था जिसमें ओलिंपिक पदक विजेता मैरी कॉम और योगेश्वर दत्त जैसे खिलाड़ियों के नाम हैं. कुछ दिन मामला शांत रहने के बाद अब प्रदर्शन करने वाली खिलाड़ियों में से एक विनेश फोगाट ने एक और बम फोड़ दिया है.
विनेश ने आरोप लगाए हैं कि ओवरसाइट कमेटी में शामिल स्पोर्ट्सपर्सन इस मामले के संबंध में जानकारी लीक कर रहा है. उन्होंने ये बात कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के सामने आने की बात कही है. विनेश ने इस बात पर निराशा जाहिर की है कि एक खिलाड़ी रहने के बाद भी वह शख्स ऐसा कर रहा है. विनेश ने हालांकि उस शख्स का नाम नहीं लिया है. विनेश ने ट्विटर पर इस संबंध में एक पोस्ट डाला है.
विनेश ने कही ये बात
विनेश ने जो ट्विट किया है उसमें लिखा है, “हाल ही में कल की मीडिया रिपोर्ट्स पढ़ने के बाद मेरी जानकारी में ये बात आई है कि ओवरसाइट समिति के सदस्य जो खुद एक स्पोर्ट्सपर्सन हैं वह यौन शोषण मामले में जानकारी लीक कर रहे हैं. एक खिलाड़ी होने के नाते ये देखना काफी बुरा है कि आपके साथी खिलाड़ी जो ओवरसाइट समिति का हिस्सा हैं वो इतना बुरा व्यवहार कर रहे हैं. इससे उनका महिलाओं के खिलाफ नजरिया साफ दिखता है.”
खेल मंत्रालय ने इस ओवरसाइट समिति में लंदन ओलिंपिक-2012 की पदक विजेता मैरी कॉम, योगेश्वर दत्त, पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ी तृप्ति मुरगुंडे,साई की पूर्व एडमिनिस्ट्रेटर राधिका श्रीमन और राजेश राजगोपालन को जगह दी है. योगेश्वर उस समिति का भी हिस्सा हैं जिसे आईओए ने गठित किया है.
भरोसे में आएगी कमी
विनेश ने हालांकि साफ तौर पर ये बात लिखी है कि ये सदस्य आईओए और खेल मंत्रालय द्वारा बनाई गई दोनों समितियों का हिस्सा है. विनेश ने लिखा, “ये बात और ज्यादा ध्यान देने वाली है कि ये स्पोर्ट्सपर्सन दोनों समितियों का हिस्सा है जो डब्ल्यूएफआई के आधिकारी के ऊपर लगाए गए यौन शोषण के आरोपों की जांच कर रही है. इससे समिति के काम पर भरोसे में कमी आएगी. मुझे इस समय सिर्फ कमजोर महसूस नहीं हो रहा बल्कि ये भी लग रहा है कि एक पारदर्शी जांच को प्रभावित करने के संबंध में इस खिलाड़ी की साजिश है. मैं अपील करती हूं कि इस मामले में उस शख्स के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं जो अपनी पोजिशन का गलत उपयोग कर रहा है और उन्हें तुरंत समिति से बाहर किया जाए.”