नई दिल्ली । दिल्ली कैपिटल्स के बल्लेबाज जेमिमा रॉड्रिग्ज ने महिला प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ सबसे पहले नए नियम का उपयोग किया। WPL और IPL में खिलाड़ी वाइड और नो बॉल के लिए डीआरएस का उपयोग कर सकता है।
दिल्ली कैपिटल्स की बल्लेबाज जेमिमा रॉड्रिग्ज ने आरसीबी के खिलाफ कमर के ऊपर नो बॉल के लिए डीआरएस की मांग की। यह घटना दिल्ली कैपिटल्स की पारी के आखिरी ओवर में हुई। जेमिमा ने मेगन शूट की गेंद पर लेग साइड में शॉट खेलने की कोशिश की। यह फुलटॉस गेंद थी, जो बल्लेबाज की कमर के काफी ऊपर थी। मैदानी अंपायर ने कमर से ऊंची की नो बॉल नहीं दी।
जेमिमा ने अंपायर के फैसले को चुनौती दी और तीसरे अंपायर से इसे चेक करने को कहा। डीआरएस ने बॉल ट्रेकर का उपयोग करके देखा कि गेंद कितनी ऊंची गई थी। अंपायर ने देखना चाहा कि जब गेंद जेमिमा के पास गई तो उसकी ऊंचाई कितनी थी। क्या गेंद स्टंप्स पर लग रही थी कि नहीं। बॉल ट्रेकर डाटा के मुताबिक गेंद तेजी से नीचे आ रही थी और जेमिमा की कमर के नीचे थी।
नो बॉल के खिलाफ समीक्षा के नए नियम की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हुई। भारतीय क्रिकेट की तकनीकी प्रगति पर काफी तारीफ की जा रही है। उल्लेखनीय है कि 2022 सीजन में दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ऋषभ पंत ने अपनी टीम को मैदान के बाहर बुलाने का संकेत दिया था, जब मैदानी अंपायर ने कमर से ऊंची गेंद को बल्लेबाज रोवमैन पॉवेल के पक्ष में नहीं दिया था।
डब्ल्यूपीएल के संविधान के मुताबिक खिलाड़ियों को डीआरएस का उपयोग करके वाइड और नो बॉल को चुनौती देने की अनुमति है। बता दें कि टूर्नामेंट के उद्घाटन मैच में हरमनप्रीत कौर ने डीआरएस का उपयोग करके वाइड बॉल का फैसला बदलवाया था। बता दें कि दिल्ली कैपिटल्स ने आरसीबी के खिलाफ 20 ओवर में दो विकेट खोकर 223 रन बनाए और 60 रन से मैच जीता। आरसीबी की टीम 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 163 रन बना सकी।