छत्तीसगढ़

घर में कुछ बाहर कुछ, दोहरा रवैया रखता है बीबीसी… अनुराग ठाकुर ने अच्छे से सुना दिया

नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने गुजरात दंगों पर आधारित डॉक्यूमेंट्री को लेकर बीबीसी की पत्रकारिता की स्वतंत्रता पर सवाल उठाया। उन्होंने गैरी लाइनकनर को निलंबित करने की दो खबरों को शेयर करते हुए बीबीसी पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि बीबीसी पत्रकारिता की निष्पक्षता और आजादी के बड़े-बड़े दावे करता है। उसकी ओर से अपने स्टार एंकर को सोशल मीडिया गतिविधि के मसले पर निलंबित करते हुए देखना काफी दिलचस्प है। बता दें कि हाल ही में बीबीसी ने पूर्व फुटबॉल खिलाड़ी और चर्चित एंकर गैरी लाइनकर को ब्रिटिश सरकार की आलोचना करने पर निलंबित कर दिया है।

अनुराग ठाकुर ने साधा बीबीसी पर निशाना
केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘यह देखना दिलचस्प है कि पत्रकारिता की निष्पक्षता और स्वतंत्रता के बारे में बुलंद दावे करने वाले बीबीसी ने अपने स्टार एंकर को उनकी सोशल मीडिया एक्टिविटी को लेकर कैसे सस्पेंड कर दिया।’ उन्होंने आगे कहा, दिलचस्प ये भी है कि बीबीसी ने समाज के एक वर्ग के नाराज होने के डर से अपनी एक डॉक्यूमेंट्री के प्रसारण को भी रोक दिया। मनगढ़ंत तथ्यों के जरिए दुष्प्रचार करने वालों से नैतिक समझ या पत्रकारिता की आजादी के लिए खड़े होने की उम्मीद नहीं की जा सकती। उन्होंने लिखा कि फर्जी नेरेटिव बनाना और नैतिक पत्रकारिता स्वाभाविक तौर पर विरोधाभासी है।

बीबीसी ने एंकर को किया था सस्पेंड
गौरतलब है कि इसी हफ्ते बीबीसी ने फुटबॉल कमेंटेटर गैरी लाइनकर को सस्पेंड कर दिया था। लाइनकर ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर ब्रिटिश सरकार की शरण नीतियों को लेकर आलोचना की थी। बीबीसी ने लाइनकर के इस कदम को निष्पक्षता गाइडलाइंस का उल्लंघन बताया था। इसके अलावा बीबीसी ने ब्रिटिश वन्यजीवों पर सर डेविड एटनबरो की नई डॉक्यूमेंट्री के एक एपिसोड को भी हटा दिया। बीबीसी को डर था कि इस डॉक्यूमेंट्री का दक्षिणपंथी नेताओं और प्रेस विरोध करेंगे।

एंकर ने की भी ब्रिटिश सरकार की आलोचना
आपको बता दें कि ब्रिटेन की गृह सचिव सुएला ब्रेवरमैन ने एक वीडियो मैसेज में कहा कि अब बहुत हो गया। नावों में भरकर अवैध रूप से आने वाले लोगों को अब ब्रिटेन में घुसने नहीं दिया जाएगा। ब्रेवरमैन के इसी बयान पर गैरी ने कमेंट किया था। गैरी ने सरकार की इस कार्रवाई को बेहद क्रूर नीति करार दिया था। उन्होंने कहा था कि ब्रिटेन की गृह सचिव जर्मन नाजी की याद दिलाने वाली भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं, जो नावों पर इंग्लिश चैनल पार कर शरण के लिए आने वालों को रोकने की योजना को बढ़ावा देगा।

बीबीसी ने बयान जारी कर एंकर को शो से हटाया
इसके बाद बीबीसी ने शुक्रवार को बयान जारी कर कहा कि ‘मैच ऑफ द डे’ तय कार्यक्रम के मुताबिक ही चलेगा, लेकिन इसमें मेजबान नहीं होगा और ना ही कमेंट्री होगी। बीबीसी के इसी शो को गैरी हॉस्ट करते थे। जब लोगों को पता चला कि गैरी को शो से हटा दिया गया है तो दुनियाभर में इसे लेकर बीबीसी की आलोचना होने लगी।