नई दिल्ली। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट मैच के दिन भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने तूफानी पारी खेलकर टीम को बढ़त दिलाई, लेकिन यह चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ के साथ समाप्त हुआ। इस मुकाबले में 1205 दिन के बाद विराट कोहली ने शतकीय पारी खेली और भारत ने सीरीज पर 2-1 से कब्जा जमाया।
बता दें कि इस सीरीज से पहले विराट कोहली पिछली 15 पारियों में कोई अर्धशतक नहीं जड़ पाए थे, जिसके लिए उन्हें आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था। मैच के बाद प्लेयर ऑफ द मैच बनने के बाद विराट कोहली ने अपने खेल और आलोचकों को मुंहतोड़ जवाब दिया।
दरअसल, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अहमदाबाद में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में विराट कोहली ने शतकीय पारी खेलकर आलोचना करने वालों को करारा जवाब दिया। उन्होंने मैच ड्रॉ होने के बाद कहा कि मुझे खुद से अपनी उम्मीदें ज़्यादा जरूरी हैं। मैंने कुछ समय से अपनी टेम्पलेट के हिसाब से नहीं खेला। मैंने कुछ अच्छी पारियां खेली थी। आईडिया था कि लंबे समय तक खेला जाए। लेकिन यह भरोसा था कि अच्छे पिच पर मैं बड़ा स्कोर बना पाऊंगा। थोड़ी राहत थी कि मैंने अपने ढंग से खेला। उस लिहाज़ से राहत नहीं थी उपलब्धि की।
इसके साथ ही विराट ने कहा,मुझे ऐसा नहीं लगता कि मुझे किसी को गलत साबित करना है। मैं ख़ुश था कि मैंने टीम के लिए लंबी पारी खेली। हमने पॉज़िटिव खेलने की बात की थी तीसरे दिन पर, लेकिन जब श्रेयस चोटिल हो गए तब बात और योजना थोड़ी बदल गई। हम उसके बाद ऑस्ट्रेलिया को मैदान पर लंबे समय तक रखना चाहते थे, और यह हमारे लिए उपलब्धि ही थी।”
बता दें कि अहमदाबाद टेस्ट के चौथे दिन के खेल में विराट कोहली ने एक शानदार शतक जड़ा। यह शतक उनके टेस्ट क्रिकेट करियर का 28वां शतक रहा। किंग कोहली ने 3 साल बाद अपने टेस्ट में शतक के सूखे को खत्म किया। इससे पहले विराट ने आखिरी बार साल 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ सेंचुरी जड़ी थी।