छत्तीसगढ़

जयराम रमेश के ट्वीट पर भड़के ज्योतिरादित्य सिंधिया, कहा- कविताएं कम, इतिहास ज्यादा पढ़ें

नईदिल्ली : पिछले कुछ दिनों से देश की राजनीति में हल्ला बोल चल रहा है. बजट पेश होने के बाद से संसद नहीं चल पाई और आज सत्र भी खत्म हो जाएगा. एक तरफ अडानी ग्रुप का मुद्दा तो दूसरी ओर से राहुल गांधी की विदेशों में टिप्पणी और फिर अयोग्यता का मुद्दा छाया है. इस बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस नेता जयराम रमेश सोशल मीडिया पर आमने-सामने आ गए.

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बुधवार को एक ट्वीट किया था. इसमें उन्होंने एक कविता के जरिए सिंधिया पर निशाना साधा. कांग्रेस नेता ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से सवाल करते हुए पूछा कि क्या वह झांसी की रानी पर सुभद्रा कुमारी चौहान की अमर कविता भूल गए हैं? इसके नीचे उन्होंने कविता की लाइनें भी शेयर की.

इतना होने पर भला ज्योतिरादित्य सिंधिया कहां शांत रहने वाले. उन्होंने जयराम रमेश को जवाब भी उनके ही लहजे में दिया. सिंधिया ने कविताएं कम और इतिहास ज्यादा पढ़ने की सलाह दे दी. सिंधिया यहीं नहीं रूके उन्होंने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए.

जयराम रमेश को दे दी इतिहास पढ़ने की सलाह

सबसे पहले ट्वीट में उन्होंने जयराम रमेश को इतिहास पढ़ने की सलाह दी. दूसरे ट्वीट में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की कीताब का एक हिस्सा ट्वीट किया जिसमें मराठा का जिक्र करते हुए कहा गया जब महादजी सिंधिया की मौत के बाद मराठा शक्ति टुकड़े-टुकड़े हो गई थी. तीसरे ट्वीट में सिंधिया ने बताया कि कैसे उत्तर में सिंधिया का प्रभुत्व था.

एक दिन पहले बुधवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से जिस तरीके से जहां एक तरफ न्याय व्यवस्था पर दबाव और धमकी की विचारधारा के साथ काम किया है. जिस तरह से इन्होंने व्यक्तिगत कानूनी लड़ाई को दिखाने की कोशिश की है उससे एक बात तो है कि यह पार्टी लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी.

‘कांग्रेस के कुछ लोग फर्स्ट क्लास नागरिक’

उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी के लिए कुछ लोग फर्स्ट क्लास नागरिक है और आप हम थर्ड क्लास नागरिक हैं. सिंधिया ने कहा कि जिसने हमारे सैनिकों की वीरता का प्रमाणा मांगा, ऐसी कांग्रेस पार्टी की अब कोई विचार धारी नहीं बची है. कांग्रेस पार्टी के पास केवल एक ही विचारधारी बची है और वो देशद्रोही विचारधारा है.