नईदिल्ली : गोवा में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में शामिल होकर स्वदेश लौटे पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने अपनी भारत यात्रा को सफल बताया। वापस आने के बाद यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिलावल ने कहा कि उनकी भारत यात्रा इस लिहाज से सफल रही क्योंकि इससे इस विचार को नकारने में मदद मिली कि हर मुसलमान एक आतंकवादी है। उन्होंने कहा, हमने इस मिथक को तोड़ने की कोशिश की।
भारत के साथ बातचीत से संबंधित सवाल पर बिलावल ने कहा, पाकिस्तान का रुख स्पष्ट है कि भारत को कश्मीर का पुराना दर्जा बहाल कर बातचीत के लिए माहौल बनाना चाहिए। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे पर उन्होंने कहा कि भारत को छोड़कर सभी देश इसके पक्ष में हैं। मध्य एशिया के देश इसका हिस्सा बनना चाहते हैं।
भारत के साथ बातचीत के बारे में एक सवाल के जवाब में बिलावल भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान स्पष्ट था कि भारत को कश्मीर की 5 अगस्त, 2019 की स्थिति को बहाल करके बातचीत के लिए अनुकूल माहौल बनाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि मध्य एशिया के देश चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे का हिस्सा बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भारत को छोड़कर हर देश ने सीपीईसी का समर्थन और प्रशंसा की है।
क्रिकेट पर बोले बिलावल, खेल का नुकसान नहीं होना चाहिए
बिलावल भुट्टो जरदारी से जब पाकिस्तानी टीम के वर्ल्ड कप के लिए भारत आने को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि खेल को नुकसान नहीं होना चाहिए। बिलावल ने कहा, उम्मीद है कि हम उस स्थिति में नहीं हैं, जहां खेल का नुकसान हो। खेल और राजनीति को एक साथ नहीं मिलाना चाहिए।
हालांकि, विदेश मंत्री जयशंकर इस वर्ष मार्च में दोनों देशों के बीच क्रिकेट को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी थी। उन्होंने कहा था कि टूर्नामेंट आते रहते हैं लेकिन आतंकवाद को हलके में नहीं लिया जा सकता। पाकिस्तान से अभी क्रिकेट संबंध नहीं कायम होंगे और इस बारे में सरकार की नीति स्पष्ट है। उन्होंने कहा था यदि कोई आपके सिर पर बंदूक तान दे तो क्या आप उससे बात करेंगे।