छत्तीसगढ़

नामीबिया से आए 20 चीतों में से अब तक तीन की मौत, विवादों से घिरा प्रोजेक्ट चीता

नईदिल्ली : मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीता प्रोजेक्ट को एक और बड़ा झटका लगा है. यहां मंगलवार को एक मादा चीता की मौत हो गई. दक्षा की मौत दूसरे चीते के साथ झड़प के बाद हुई. दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से लागए गए ये तीसरे चीते की मौत है. इससे पहले कूनो नेशनल पार्क में दो चीतों ने दम तोड़ दिया था. 

इससे पहले मार्च के महीने में कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आई पांच साल की  चीता साशा की मौत हो गई थी. मादा चीता के किडनी और लिवर में इंफेक्शन था. लगातार हो रही चीतों की मौत के बाद अब कई सवाल खड़े हो रहे हैं. केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दक्षा के शरीर पर घाव के निशान देखे गए थे.

विवादों में घिरा प्रोजेक्ट चीता 

नामीबिया से आठ चीते भारत लाए जाने के बाद दक्षिण अफ्रीका से भी 12 चीतों को कूनो पार्क में बसाया गया. अब तीन चीतों की मौत के बाद प्रोजेक्ट चीता विवादों से घिरा नजर आ रहा है. वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट्स का मानना है कि कूनो नेशनल पार्क में 20 चीतों के रखे जाने की क्षमता नहीं है. कूनो नेशनल पार्क के अंदर 100 वर्ग किलोमीटर में तीन चीते होने पर नामीबिया के वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट ने सवाल खड़े किए हैं.