छत्तीसगढ़

अब बस चमत्कार की ही उम्मीद, स्टेज-4 कैंसर से जूझ रहे इस दिग्गज क्रिकेटर के लिए बोले खेल मंत्री

नईदिल्ली : जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और महान ऑलराउंडर्स में शुमार हीथ स्ट्रीक जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका दक्षिण अफ्रीका में इलाज चल रहा है और उनकी हालत बेहद नाजुक है। इसकी जानकारी जिम्बाब्वे के खेल मंत्री डेविड कोल्टर्ट ने अपने ट्विटर अकाउंट पर दी है। जिम्बाब्वे क्रिकेट और खेल समुदाय से उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करने का आह्वान किया गया है।

जिम्बाब्वे के खेल मंत्री ने ट्विटर पर लिखा, “हीथ स्ट्रीक अपने आखिरी पड़ाव पर हैं। परिवार यूके से दक्षिण अफ्रीका आ रहा है। लगता है अब कोई चमत्कार ही उन्हें बचा सकता है। दुआएं जारी हैं।” जिम्बाब्वे के पूर्व शिक्षा, खेल, कला और संस्कृति मंत्री और मानवाधिकार वकील डेविड कोल्टर्ट ने लिखा- हमारे देश के महानतम क्रिकेटरों में से एक हीथ स्ट्रीक बेहद बीमार हैं और उन्हें हमारी दुआओं की जरूरत है। क्या हम सब उनके और उनके परिवार के लिए प्रार्थना कर सकते हैं?

करीबी दोस्त शॉन विलियम्स ने कही यह बात

जिम्बाब्वे के मौजूदा क्रिकेटर और स्ट्रीक के करीबी दोस्त शॉन विलियम्स ने एक क्रिकेट वेबसाइट से कहा, “हीथ को कोलन और लिवर कैंसर (स्टेज 4) है। मैं इस स्तर पर केवल इतना जानता हूं कि हीथ के परिवार को तत्काल दक्षिण अफ्रीका में उनके पास जाने के लिए कहा गया था। मैं इसके बाद किसी भी प्रकार की जानकारी से अवगत नहीं हूं। मैंने हीथ को मैसेज किया था और उन्होंने रिप्लाई भी किया था, लेकिन मुझे यकीन है कि इस स्तर पर परिवार थोड़ा प्राइवेट समय चाहता है। ऐसा लगता है कि कैंसर बहुत तेजी से फैल रहा है क्योंकि पिछले हफ्ते ही वह फीशिंग के लिए गए थे।

विलियम्स ने कहा- हीथ मेरे गुरु हैं और उन्होंने बहुत सारे लोगों के लिए बहुत कुछ अच्छा किया है और मूल रूप से मेरे जीवन और करियर को बचाया है। हम बस प्रार्थना करते हैं कि वह ठीक हो जाएं। जिम्बाब्वे के क्रिकेटरों में हीथ स्ट्रीक सबसे पहले 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज बने थे। हालांकि, रिटायरमेंट के बाद उन पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के भ्रष्टाचार विरोधी दिशानिर्देशों के उल्लंघन के आरोप लगे थे। 2021 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने हीथ स्ट्रीक पर आठ साल का प्रतिबंध लगा दिया था। उन्होंने अपनी गलती मानते हुए इसकी पूरी जिम्मेदारी ली थी और माफी भी मांगी थी। उन्होंने कहा था कि वह कभी भी मैच फिक्सिंग में शामिल नहीं रहे।

परिवार ने निजता की मांग की

हीथ के परिवार ने भी एक बयान के जरिए निजता की मांग की। उन्होंने कहा, “हीथ को कैंसर है और दक्षिण अफ्रीका में सबसे सम्मानित ऑन्कोलॉजिस्ट में से एक उनका इलाज कर रहे हैं। वह हमेशा सकारात्मक सोच रखते हैं और हमें उम्मीद है कि इस बीमारी से वह उसी तरह से लड़ते रहेंगे, जिस तरह से वह क्रिकेट के मैदान पर विपक्षी खिलाड़ियों का सामना करते थे। हमें उम्मीद है कि आप हमारी इच्छा को समझते हैं और उसका सम्मान करते हैं कि यह एक निजी पारिवारिक मामला है। आपकी प्रार्थनाओं और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद।

हीथ स्ट्रीक का अंतरराष्ट्रीय करियर

हीथ ने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत नवंबर 1993 में की थी। उनका पहला मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक वनडे मैच था। इसके बाद दिसंबर 1993 में हीथ ने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया। उन्होंने अपना आखिरी वनडे अगस्त 2005 में न्यूजीलैंड के खिलाफ और आखिरी टेस्ट सितंबर 2005 में भारत के खिलाफ खेला था। हीथ ने अपने करियर में सचिन तेंदुलकर को तीन बार और सौरव गांगुली को चार बार आउट किया था। अपने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत के खिलाफ हरारे टेस्ट की पहली पारी में हीथ ने जबरदस्त गेंदबाजी की थी। 

उन्होंने भारत की आधी टीम को पवेलियन भेजा था। हीथ ने उस मैच की पहली पारी में 32 ओवर में 73 रन देकर छह विकेट झटके थे। हालांकि, उनके शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम इंडिया ने वह मैच 10 विकेट से जीता था। हीथ स्ट्रीक ने 65 टेस्ट और 189 वनडे में जिम्बाब्वे का प्रतिनिधित्व किया। टेस्ट में उनके नाम 1990 रन और वनडे में 2943 रन हैं। टेस्ट में हीथ ने एक शतक और 11 अर्धशतक, जबकि वनडे में 13 अर्धशतक लगाए। इसके अलावा टेस्ट में हीथ ने 216 विकेट और वनडे में 239 विकेट लिए। टेस्ट में 73 रन देकर छह विकेट और वनडे में 32 रन देकर पांच विकेट उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी है। इसके अलावा वह आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के कोच भी रह चुके हैं I