छत्तीसगढ़

मौत जैसी चुप्पी छाई हुई है…, द केरल स्टोरी के जरिए राम गोपाल वर्मा का बॉलीवुड पर निशाना

नईदिल्ली : हिंदी सिनेमा जगत के मशहूर निर्देशक और फिल्म निर्माता राम गोपाल वर्मा अपने प्रोजेक्ट के साथ-साथ अपने विवादित बोल को लेकर भी सुर्खियों में रहते हैं। इसी कड़ी में राम गोपाल वर्मा, सुदीप्तो सेन की मूवी ‘द केरल स्टोरी’ का समर्थन करते नजर आए हैं। वहीं, इसके पक्ष में बात करते हुए निर्देशक ने बॉलीवुड की चुप्पी पर सवाल खड़ा कर दिया है। साथ ही तंज कस एक बार फिर चर्चाओं का विषय बन गए हैं।

‘दे केरल स्टोरी’ को राम गोपाल वर्मा का समर्थन

सुदीप्तो सेन के निर्देशन में बनी फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ अपने रिलीज के तीसरे सफ्ताह में चल रही है। तमाम विवादों, बायकॉट और समर्थन के दांव पेंच में फंसी इस मूवी को रिलीज के बाद दर्शकों का बेहतरीन रिस्पॉन्स मिल रहा है। इसी को लेकर कयास लगाया जा रहा है कि फिल्म जल्द ही 200 करोड़ रुपये के क्लब में शामिल हो जाएगी। फिल्म की शानदार सफलता को देखते हुए राम गोपाल वर्मा ने ट्वीट कर इसकी तारीफ की है। साथ ही बॉलीवुड इंडस्ट्री पर तल्ख शब्दों में कटाक्ष करते नजर आए हैं।

बॉलीवुड पर कटाक्ष

राम गोपाल वर्मा की मानें तो ‘द केरल स्टोरी’ ने बॉलीवुड इंडस्ट्री को आईना दिखाने का काम किया है। निर्देशक ने फिल्म को लेकर कई ट्वीट किए हैं, जिसमें से पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा है, ‘हम दूसरों से और खुद से झूठ बोलने में इतने सहज हैं कि जब कोई हमें सच दिखाता है तो हम हैरान हो जाते हैं। द केरल स्टोरी पर बॉलीवुड की मौत जैसी खामोशी को यह बयां करता है।’

कोहरे की तरह डराएगी फिल्म’

राम गोपाल वर्मा ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, ‘द केरल स्टोरी एक खूबसूरत डरावने शीशे की तरह है, जो मेनस्ट्रीम बॉलीवुड के मृत चेहरे को उसके पूरे भद्देपन के साथ दिखाता है।’ निर्देशन ने अपने अगले ट्वीट में जोड़ा, ‘द केरल स्टोरी बॉलीवुड के हर कार्पोरेट हाउस और हर स्टोरी डिस्कशन रूम में रहस्यमयी कोहरे की तरह डराएगी।’

दे केरल स्टोरी’ से सीखना मुश्किल

राम गोपाल वर्मा यहीं नहीं रुके और उन्होंने एक और ट्वीट कर लिखा, ‘द केरल स्टोरी से सीखना बेहद मुश्किल है, क्योंकि झूठ की नकल करना आसान है, लेकिन सच की नकल करना काफी मुश्किल है।’ ‘द केरल स्टोरी’ की बात करें तो इसके अनाउंसमेंट के वक्त इसे 32000 महिलाओं की कहानी बताया गया था, जिनका जबरन धर्मांतरण कराया गया और फिर वह आईएसआईएस में शामिल हो गईं। हालांकि, विवाद को बढ़ता देख इस नंबर को हटा दिया गया।