छत्तीसगढ़

बिलासपुर : पिता के साथ मिलकर पति को मार डाला, आरोपी महिला बोली- चरित्र पर शक करता था इसलिए करा दी हत्या; 5 गिरफ्तार

बिलासपुर : छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में महिला ने अपने पिता के साथ मिलकर पति को मारकर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था। बताया जा रहा है कि, मृतक युवक पत्नी के चरित्र पर शक करते हुए उसके साथ मारपीट करता था। इसीलिए महिला ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी महिला, उसके पिता और तीन साथियों को गिरफ्तार किया है। मामला कोटा थाना क्षेत्र का है।

27 मई को कलमीटार रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर युवक की खून से लथपथ लाश मिली थी। इस घटना की जानकारी रेलवे कर्मचारियों ने कोटा पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब शव का परीक्षण किया, तब पता चला कि उसके सिर को पत्थर से कुचल कर हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है।

जेब में मिला रेस्टारेंट मालिक का नंबर
जांच के दौरान पुलिस को मृतक युवक के कपड़ों में रेस्टोरेंट संचालक का मोबाइल नंबर लिखा हुआ था। पुलिस ने रेस्टोरेंट संचालक से पूछताछ की। तब पता चला कि युवक को अंतिम बार मंगला चौक स्थित रेस्टोरेंट में देखा गया था। वहां काम मांगने के लिए गया हुआ था।

CCTV से खुला राज, महिला ने खोला हत्या का राज
पुलिस ने रेस्टोरेंट में लगे CCTV कैमरों की जांच की। शुरूआती जांच में युवक कैमरे में दिखा और इसके बाद कहां गया, इसका पता नहीं चल सका। इसके चलते जांच में उलझी पुलिस ने मंगला चौक से लेकर उसलापुर और नेहरू चौक के साथ महाराणा प्रताप चौक रोड में लगे कैमरों की जांच की। फिर भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस ने दोबारा रेस्टोरेंट व आसपास के कैमरों की बारीकी से जांच की, तब पता चला कि होटल के बाहर युवक करीब दो घंटे तक घूम रहा था।

वह होटल के महिला कर्मचारी दुर्गा सिंगरौल से भी मिलकर बातचीत करते हुए दिखा। पुलिस ने महिला से पूछताछ की और उसे मृतक का फोटो दिखाया। तब महिला ने युवक की पहचान अपने पति योगेश्वर सिंगरौल (30) के रूप में की। वह मूलत: मुंगेली जिले के पथरिया का रहने वाला था और सरकंडा के डबरीपारा में रहता था। पहले वह पुलिस को गुमराह करते हुए पति से तीन साल से अलग रहने की बात कही।

पत्नी बोली- रास्ते से हटाने मार डाला
पूछताछ में महिला ने बताया कि, पति से अलग रहने के बाद भी वह उसके चरित्र पर शक करके आए दिन मारपीट करता था। उसकी प्रताड़ना से वह तंग आकर अपने पिता रामावतार सिंगरौल को फोन कर महावीर होटल के पास बुलाई और पति को हमेशा के लिए रास्ते से हटाने की बात कही।

रामावतार अपने साथी विनोद सिंगरौल एवं लखन साहू के साथ मिलकर होटल के पास से मृतक योगेशवर सिंगरौल को मारपीट कर हाथ बांधकर बाइक से ग्राम मोछ ले गए। फिर उसकी पिटाई करते हुए तिफरा निवासी लाल उर्फ विशम्भर लोनिया को बुलाकर दो बाइक में अपने साथियों के साथ योगेशवर सिगरौल कलमीटार रेलवे स्टेशन के पास ले गए। वहां भी उसकी जमकर पिटाई की और फिर पत्थर से सिर कुचलकर हत्या कर दी।

हादसा या आत्महत्या का रूप देने रेलवे ट्रैक पर फेंक दी लाश
महिला से पूछताछ के बाद पुलिस ने रामावतार व उसके अन्य साथियों को भी दबोच लिया। उन्होंने पूछताछ में योगेश्वर की हत्या कर लाश को रेलवे ट्रैक में फेंकने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हत्या को हादसा या आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया और सभी भाग गए।

शव को देखकर लोको पायलट ने रोक दी थी ट्रेन
जिस दिन मृतक की लाश रेलवे ट्रैक पर मिली। उस दिन लोको पायलट ने शव को देखकर दूर से ही ट्रेन को रोक दिया था। फिर उन्होंने इस घटना की जानकारी स्टेशन मास्टर और पुलिस को दी। यही वजह है कि पुलिस शुरूआती जांच से ही इसे हत्या मानकर जांच कर रही थी।