छत्तीसगढ़

मेसी ने पीएसजी को दिया झटका, दो साल में ही लिया क्लब छोड़ने का फैसला, कोच गाल्टियर ने की पुष्टि

नईदिल्ली : फ्रेंच फुटबॉल क्लब पेरिस सेंट जर्मेन (पीएसजी) को बड़ा झटका लगा है। इस दिग्गज फुटबॉल क्लब के कोच क्रिस्टोफे गाल्टियर ने पुष्टि की है कि लियोनल मेसी ने जून में कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद क्लब छोड़ने का फैसला लिया है। मेसी ने पीएसजी में सिर्फ दो साल गुजारे हैं। पिछले काफी समय से उनके और पीएसजी के बीच अनबन की खबरें सामने आ रही थीं। कुछ दिन पहले ही मेसी के सऊदी अरब यात्रा के बाद क्लब ने उन पर दो हफ्ते का बैन लगा दिया था। इसके बाद मेसी ने क्लब से माफी भी मांगी थी। ऐसे में अब गाल्टियर ने पुष्टि कर दी है कि मेसी क्लब छोड़ रहे हैं।

क्लब के साथ मेसी का करार इस साल जून में समाप्त हो जाएगा। पीएसजी ने मेसी के सामने नए कॉन्ट्रैक्ट रखे थे, लेकिन अर्जेंटीना के कप्तान ने उस पर साइन नहीं किया। गाल्टियर ने बताया कि मेसी क्लेरमोंट फुट के खिलाफ पीएसजी के लिए आखिरी मैच खेलेंगे। यह पीएसजी का इस सीजन का आखिरी लीग-वन मैच भी होगा।

गाल्टियर ने कहा, “मुझे फुटबॉल के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को कोचिंग देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। पार्स डेस प्रिंसेस में क्लेरमोंट के खिलाफ मैच उनका आखिरी मैच होगा। मुझे उम्मीद है कि उन्हें वहां शानदार फेयरवेल दिया जाएगा। इस साल वह हमेशा हमारी टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि कोई भी टिप्पणी या आलोचना उचित है। उन्होंने हमेशा टीम के हित में काम किया। पूरे सीजन में उनके साथ रहना मेरे लिए बहुत ही सौभाग्य की बात है।”

मेसी ने इस सीजन में सभी प्रतियोगिताओं में पीएसजी के लिए 21 गोल और 20 असिस्ट किए। मेसी ने 2021 में स्पेन की दिग्गज फुटबॉल क्लब बार्सिलोना के साथ 21 साल का साथ छोड़ा था और पीएसजी में शामिल हुए थे। इसके बाद उन्होंने किलियन एम्बाप्पे और नेमार के साथ मिलकर PSG को लीग-1 खिताब जीतने में मदद की। हालांकि, चैंपियंस लीग से लगातार दो बार राउंड-ऑफ-16 से बाहर होने के बाद मेसी पर भी तलवारें लटकने लगी थीं।

मेसी ने PSG के लिए सभी तरह की प्रतियोगिताओं को मिलाकर 74 मैचों में 32 गोल दागे, साथ ही 35 असिस्ट भी किए। पेरिस पहुंचने के बाद मेसी ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में भी दमखम दिखाया और अपने देश अर्जेंटीना को पिछले साल हुए फीफा वर्ल्ड कप में चैंपियन बनाया। उसके बाद उन्हें फरवरी में सर्वश्रेष्ठ फीफा फुटबॉल पुरस्कारों में वर्ष का सर्वश्रेष्ठ पुरुष फुटबॉलर नामित किया गया। उन्होंने दूसरी बार यह पुरस्कार जीता। वह सात बार बैलोन डी’ओर ट्रॉफी जीत चुके हैं।

मेसी क्यों छोड़ना चाहते थे पीएसजी?

पीएसजी की टीम के खिलाड़ियों में तालमेल की कमी है। इससे मेसी निराश थे। वहीं, मौजूदा कोच क्रिस्टॉफ गाल्टियर के टीम चयन और उनकी योजनाओं से वह खुश नहीं थे। मेसी इन चीजों को दरकिनार कर भी पीएसजी के साथ आगे जुड़े रहना चाहते थे, लेकिन पिछले कुछ मैचों में होमग्राउंड पार्क डेस प्रिंसेस में घरेलू फैंस ने उनकी हूटिंग की है। इससे वह काफी खफा हुए। 

दुनिया के कई दिग्गजों ने इस पर निराशा जाहिर की थी। बार्सिलोना और फ्रांस के पूर्व दिग्गज थिएरी हेनरी ने कहा कि यह दुखद है। दुनिया के महान फुटबॉलर को हूटिंग करना फुटबॉल का अपमान है। इसके बाद पीएसजी ने ही उन पर घूमने जाने के लिए बैन लगा दिया था।

क्या बार्सिलोना वापस आएंगे मेसी?

नए क्लब को लेकर मेसी ने कोई खुलासा नहीं किया है। हालांकि, पिछले दिनों मेसी के अपने पुराने क्लब बार्सिलोना लौटने की भी बात चली थी। इस बात की बहुत संभावना है कि वह अपने पूर्व क्लब बार्सिलोना में वापस आ जाएं। बार्सिलोना के कोच जावी हर्नांडेज ने मेसी से कई बार बात की है। जावी की कप्तानी में मेसी खेल चुके हैं। दोनों काफी अच्छे दोस्त हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जावी ने ड्रेसिंग रूम में भी सभी खिलाड़ियों से इस बारे में बात की है। बार्सिलोना के खिलाड़ी भी मेसी की वापसी को लेकर उत्सुक हैं।

बार्सिलोना क्लब के उपाध्यक्ष राफा यूस्ते ने कहा था कि क्लब मेसी के साथ लगातार संपर्क में है। उन्होंने कहा, ”हम उन्हें वापस यहां लाना चाहते हैं। लियोनल मेसी जानते हैं कि हम उन्हें कितना सम्मान देते हैं। उनकी वापसी पर हमें खुशी है। हम इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि मेसी बार्सिलोना क्लब और शहर को प्यार करते हैं। इसलिए हम सही परिस्थितियां बनाना चाहते हैं ताकि वह वापस आ सके।”

मेसी और बार्सिलोना का भावनात्मक रिश्ता

साल 2000 में लियोनल मेसी ने 13 साल की उम्र में बार्सिलोना के साथ करार किया था। तब उन्होंने एक टिश्यू पेपर पर कॉन्ट्रैक्ट साइन किया था। 16 साल की उम्र में उन्हें बार्सिलोना की सीनियर टीम में खेलने का मौका मिला। उसके बाद 17 साल तक वह बार्सिलोना के लिए खेलते रहे। 2020 में उनका करार खत्म हुआ तो उन्हें टीम को अलविदा कहना पड़ा। बार्सिलोना ने इसके पीछे कई तर्क दिए। उसने कहा कि क्लब स्पेन की लीग ‘ला लिगा’ के नियमों के कारण मेसी के साथ करार नहीं कर सका। हालांकि, इससे क्लब और मेसी के बीच रिश्ता खराब नहीं हुआ। मेसी ने पिछले दो साल में बार्सिलोना के कई खिलाड़ियों से मुलाकात की है।

क्या सऊदी अरब में खेलेंगे मेसी?

हालांकि, इन सबके परे मेसी के सऊदी अरब जाने की संभावना सबसे ज्यादा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेसी ने सऊदी के किसी फुटबॉल क्लब से लगभग डील पूरी कर ली है और अब बस उनके एलान करने का इंतजार है। मीडिया रिपोर्ट्स ने इस बात का खुलासा किया था कि सऊदी अरब के किसी क्लब ने मेसी को करीब 3300 करोड़ रुपये देने की बात की है।

अगर मेसी सऊदी जाते हैं तो उनका यूरोपियन फुटबॉल में करियर लगभग समाप्त हो जाएगा। हालांकि, कई मीडिया रिपोर्ट्स ने ये भी कहा कि मेसी अभी यूरोप में ही खेलना चाहते हैं। वह 2024 में कोपा अमेरिका की तैयारी के लिए शीर्ष स्तर पर फुटबॉल खेलना चाहते हैं। ऐसे में उनका यूरोप के बाहर किसी क्लब के साथ करार करना मुश्किल है।

रोनाल्डो से ज्यादा होगी मेसी की सैलरी?

मेसी के चिर-प्रतिद्वंद्वी पुर्तगाल के क्लब क्रिस्टियानो रोनाल्डो सऊदी अरब में खेलते हैं। उन्होंने पिछले साल के अंत में अल नस्र के साथ 200 मिलियन यूरो (211 मिलियन डॉलर) यानी 1751 करोड़ रुपये में करार किया था। मैनचेस्टर यूनाइटेड, रियल मैड्रिड और युवेंतस में शानदार प्रदर्शन के बाद वह अब सऊदी अरब में लगातार गोल कर रहे हैं। अगर मेसी 3300 करोड़ रुपये का डील साइन करते हैं तो रोनाल्डो से बहुत ज्यादा सैलरी उनकी हो जाएगी।

ये क्लब भी मेसी को कर सकते हैं साइन

मेसी को यूरोप के साथ-साथ अमेरिका और एशिया के क्लब भी अपने साथ जोड़ना चाहते हैं। बार्सिलोना और सऊदी के फुटबॉल क्लब अल हिलाल के अलावा मेसी के इंग्लैंड के क्लब न्यूकैसल, मैनचेस्टर सिटी, अमेरिका के क्लब इंटर मियामी, इटली के क्लब इंटर मिलान और अर्जेंटीना के क्लब नेवेल ओल्ड बॉयज में भी जाने की अफवाह उड़ रह रही है। इनमें से नेवेल ओल्ड बॉयज के लिए मेसी खेल चुके हैं। वह जूनियर स्तर पर इसी क्लब में थे।