छत्तीसगढ़

WTC फाइनल : ओवल में भारत का रिकॉर्ड शर्मनाक, 87 साल में मिली सिर्फ दो जीत, पहली बार यहां ऑस्ट्रेलिया से मुकाबला

नईदिल्ली : भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमों के बीच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का फाइनल मैच इंग्लैंड के ओवल क्रिकेट मैदान पर सात जून से होगा। भारतीय टीम लगातार दूसरी बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंची है। उसे पिछली बार 2021 में खिताबी मुकाबले में न्यूजीलैंड के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। टीम इंडिया ने टेस्ट चैंपियनशिप के 2021-23 सीजन में शानदार प्रदर्शन किया। वह ऑस्ट्रेलिया के बाद अंक तालिका में दूसरे स्थान पर रही। ओवल मैदान पर दोनों टीमों का जीत का रिकॉर्ड ज्यादा अच्छा नहीं रहा है।

भारत पहली बार इस मैदान पर इंग्लैंड को छोड़कर किसी अन्य टीम से भिड़ेगा। ऑस्ट्रेलिया और भारत का मुकाबला यहां पहली बार होगा। कंगारू की टीम के साथ भी कुछ ऐसा ही है। वह यहां पहली बार मेजबान इंग्लैंड के अलावा किसी दूसरी टीम से खेलेगा।

ओवल में 1936 में पहला टेस्ट खेला था भारत
भारत को ओवल मैदान पर पिछले 87 साल में केवल दो टेस्ट मुकाबलो में जीत मिल पाई है। भारतीय टीम ने ओवल मैदान पर अपना पहला टेस्ट मुकाबला साल 1936 में खेला था और टीम यह मुकाबला हार गई थी। टीम इंडिया ने ओवल मैदान में 14 टेस्ट मुकाबले खेलते हुए दो जीते हैं, जबकि उसे पांच में हार मिली है। सात टेस्ट उसने ड्रॉ खेले हैं।

ओवल में 8 साल से अपनी पहली जीत की तलाश में ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया की टीम को ओवल में पिछले आठ साल से जीत हासिल नहीं हुई है। ऑस्ट्रेलिया ओवल में पिछली बार 2015 में जीता था। उसने इंग्लैंड को पारी और 46 रन से हराया था। 2015 के बाद ऑस्ट्रेलिया ने फिर इंग्लैंड से टेस्ट ओवल में 2019 में खेला और कप्तान पैट कमिंस की टीम को हार मिली थी।

अजीत वाडेकर और कोहली की कप्तानी में मिली जीत
ओवल मैदान पर भारत को पहली जीत 1971 में मिली थी। तब कप्तान अजीत वाडेकर की टीम ने इंग्लैंड को हराया था। उसके बाद टीम को जीत 2021 में कोहली की कप्तानी में मिली। 

ऑस्ट्रेलिया को 1882 में मिली थी पहली जीत
पैट कमिंस की टीम ऑस्ट्रेलिया ने पिछले 51 वर्षों में सिर्फ तीन टेस्ट मुकाबले ओवल क्रिकेट मैदान पर जीते हैं। 1972, 2001 और 2015 में उसे यहां जीत हासिल हुई थी। ऑस्ट्रेलिया 38 टेस्ट मैचों में केवल सात मैच ही ओवल में जीत पाया है। इस मैदान पर ऑस्ट्रेलिया का सफलता का प्रतिशत 18.42 है। ऑस्ट्रेलिया को पहली बार ओवल में जीत 1882 में मिली थी जब उसने इंग्लैंड को सात रन से हराया था।

टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए दोनों टीमें:

ऑस्ट्रेलिया:
 पैट कमिंस (कप्तान), स्कॉट बोलैंड, एलेक्स कैरी, कैमरून ग्रीन, मार्कस हैरिस, जोश हेजलवुड, ट्रेविस हेड, जोश इंग्लिस, उस्मान ख्वाजा, मार्नस लाबुशेन, नाथन लियोन, टॉड मर्फी, स्टीव स्मिथ, मिचेल स्टार्क, डेविड वार्नर।

रिजर्व खिलाड़ीः मिचेल मार्श, मैथ्यू रेनशॉ।

भारतः रोहित शर्मा (कप्तान) शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, ईशान किशन, अक्षर पटेल, रवींद्र जडेजा, केएस भरत, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, शार्दुल ठाकुर, जयदेव उनादकट, उमेश यादव।

रिजर्व खिलाड़ीः यशस्वी जायसवाल, मुकेश कुमार, सूर्यकुमार यादव।