न्यू दिल्ली : नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ( एम्स) के ई- सर्वर पर मंगलवार दोपहर साइबर अटैक हुआ था. इस कारण कई घंटों तक एम्स का सर्वर ठप रहा था. शाम 7.30 बजे करीब एम्स की साइबर सिक्योरिटी की टीम ने इस अटैक को नाकाम कर दिया है. एम्स की ओर से इस बाबत आधिकारिक बयान जारी किया गया है.
एम्स ने कहा है कि दोपहर करीब तीन बजे एम्स के ई- हॉस्पिटल सॉफ्टवेयर के सर्वर पर मालवेयर अटैक हुआ था. जिसके बाद साइबर सिक्योरिटी सिस्टम ने इसकी पहचान कर साइबर अटैक को विफल कर दिया. अब ई सर्विस सुचारू रूप से चल रही हैं. मरीजों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से लेकर सभी काम पहले की तरह हो रहे हैं. मरीजों का सभी डाटा सुरक्षित है और इसमें किसी प्रकार की सेंध नहीं लगी है.
दोपहर तीन बजे हुआ था साइबर अटैक
एम्स के ई-हॉस्पिटल सर्वर पर दोपहर करीब तीन बजे साइबर अटैक हुआ था. इससे ऑनलाइन सेवाएं चलनी बंद हो गई थी. इस मामले को जानने के लिए हमने एम्स में बातचीत की तो एक नर्सिंग ऑफिसर ने बताया कि दोपहर 2.45 के करीब ई- हॉस्पिटल का सर्वर डाउन हो गया था. कई बार क्लिक करने के बावजूद भी ई- हॉस्पिटल सर्विस चल नहीं रही है. ये ऐसा ही कुछ था जैसा पिछली बार साइबर अटैक के दौरान हुआ था.
सर्वर डाउन होने की वजह से काफी परेशानी हो रही थी . इस कारण कुछ घंटों के लिए मरीजों का ऑनलाइन पंजीकरण, डिस्चार्ड स्लिप जैसे कामकाज में काफी परेशाानी आ गई थी. इस समस्या को देखते हुए एम्स की टीम और एनआईसी दोपहर से सर्वर को बहाल करने में लग गई थी. अब सर्वर सही तरीके से काम कर रहा है.
क्या होता है मालवेयर अटैक
ये एक खतरनाक साइबर अटैक होता है, जिसमें मरीजों का डाटा चुराने की कोशिश की जाती है. 6 महीने पहले भी एम्स के सर्वर पर साइबर अटैक हुआ था. जो कुछ दिनों बाद ठीक हो सका था. अब दोबारा एम्स के सर्वर को हैक करने की कोशिश की गई है. अस्पताल के एक प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि पिछले बार हुए साइबर अटैक के बाद साइबर सिक्योरिटी को काफी मजबूत कर दिया गया था. जिससे अब इस बार आसानी से साइबर अटैक को विफल कर दिया गया है.