छत्तीसगढ़

किरण बेदी के करियर में मील का पत्थर बनी तिहाड़ जेल, कार्यालय में कम और जेल परिसरों में बिताती थीं अधिक समय

नई दिल्ली : कोई भी राष्ट्र पूरी तरह विकसित तभी हो सकता है, जब उस देश की महिलाएं देश के विकास में कंधे से कन्धा मिलाकर चलें। वर्तमान में, अमूमन हर क्षेत्र में महिलाएं अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रही हैं। वहीं, भारत की एक ऐसी बेटी, जिसका नाम सुनकर हर किसी का सिर गर्व से ऊंचा हो जाता है। वह नाम है किरण बेदी का, जिन्होंने सैकड़ो लोगों को प्रेरित किया। वह 9 जून (आज) अपना 74वां जन्मदिन मना रही हैं।

एक कुशल लेखिका

किरण बेदी की उपलब्धियां उनके पेशेवर जीवन से परे हैं। वह एक कुशल लेखिका भी हैं, जिनके खाते में कई पुस्तकें हैं। उनके लेखन, जिसमें आध्यात्मिकता, नेतृत्व और व्यक्तिगत विकास सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। किरण बेदी ने अनगिनत व्यक्तियों को उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने और दुनिया में सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए प्रेरित किया है।

अन्य महिलाओं को लैंगिक बाधाएं तोड़ने का दिखाया रास्ता

किरण बेदी एक ऐसी ही तेज तर्रार महिला हैं, जिन्होंने भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के पद पर उल्लेखनीय काम करके कई अपराधियों के छक्के छुड़ा दिए थे। वह IPS में शामिल होने वाली देश की प्रथम महिला अधिकारी बनीं। इस अग्रणी उपलब्धि ने अनगिनत अन्य महिलाओं के लिए उनके नक्शेकदम पर चलने और कानून प्रवर्तन के क्षेत्र में लैंगिक बाधाओं को तोड़ने का रास्ता दिखाया।

अपने पूरे करियर के दौरान, बेदी ने असाधारण नेतृत्व का प्रदर्शन किया, निडर होकर यथास्थिति को चुनौती दी और पुलिसिंग के लिए नए दृष्टिकोणों को लागू किया।

किरण बेदी का शानदार करियर

किरण बेदी का शानदार करियर चार दशकों में फैला है, जिसके दौरान उन्होंने कानून प्रवर्तन, जेल सुधार और सामाजिक सक्रियता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। बेदी के दृढ़ संकल्प, साहस और सार्वजनिक सेवा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने उन्हें कई प्रशंसाएं दिलाई हैं, जिससे वे भारत में सबसे सम्मानित और प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक बन गई हैं। इस लेख में हम किरण बेदी के जीवन, उनकी उपलब्धियों और समाज पर उनके प्रभाव के बारे में जानेंगे।

किरण बेदी का जीवन परिचय

किरण बेदी का जन्म 9 जून, 1949 को अमृतसर, पंजाब, भारत में हुआ था। वह एक संपन्न पंजाबी व्यवसायी परिवार से हैं। छोटी उम्र से ही, उनके मन में दृढ़ संकल्प की एक मजबूत भावना और दूसरों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की इच्छा थी।

किरण बेदी ने अपनी औपचारिक पढ़ाई 1954 में अमृतसर के सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल से शुरू की थी। 1970 में, उन्होंने चंडीगढ़ में पंजाब विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में मास्टर डिग्री प्राप्त की, जहां उन्होंने अपनी पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने 1970 से 1972 तक, उन्होंने अमृतसर के खालसा कॉलेज फॉर विमेन में लेक्चरर के रूप में पढ़ाया। वह राजनीति विज्ञान से संबंधित पाठ्यक्रम पढ़ाती थीं।

किरण बेदी का राजनीतिक कैरियर

2015 में, किरण बेदी ने राजनीति में प्रवेश किया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गईं। उन्होंने पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में दिल्ली विधान सभा चुनाव लड़ा। हालांकि वह चुनाव में विजयी नहीं हुईं।

कुछ समय तक वह राजनीती से गायब रहीं, लेकिन उनके राजनीतिक प्रवेश ने नीति-निर्माण स्तर पर बदलाव लाने और सामाजिक परिवर्तन के लिए अपना प्रयास जारी रखा। कुछ समय बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने उन्हें मई 2016 में पुडुचेरी का उपराज्यपाल बना दिया।