छत्तीसगढ़

Wrestlers Protest: ये मिला मुझे मोहब्बत का सिला, बेवफा कहकर…, यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच बृजभूषण का शायराना अंदाज

नईदिल्ली : महिला पहलवानों की ओर से लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष और बीजेपी सांसद ने उत्तर प्रदेश के गोंडा में एक मेगा रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने अपने लगे आरोपों पर खुलकर कुछ नहीं बोला लेकिन इशारों, इशारों में बहुत कुछ कहा.

गोंडा में शक्ति प्रदर्शन करते हुए बृजभूषण सिंह का शायराना अंदाज दिखा. रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने शायरी पेश करते हुए कहा, “कभी अश्क, कभी गम तो कभी जहर पिया जाता है. तब जाकर जमाने में जिया जाता है, ये मिला मुझको मोहब्बत का सिला, बेवफा कहकर मुझको याद किया जाता है. इसको रुसवाई कहें या शोहरत अपनी, दबे होठों से मेरा नाम लिया जाता है.”

कांग्रेस पर भी किया वार

रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कांग्रेस की सरकार पर वार किया. उन्होंने कहा, “हम समीक्षा करते है तो पाते हैं, हमने क्या खोया क्या पाया. आजादी की प्रक्रिया में बंटवारे का घाव मिला. बंटवारे से उबरे ही थे कि पाकिस्तान ने कबायली के रूप में हमलाकर दिया. 78 हजार वर्ग किमी जमीन आज भी पाकिस्तान के कब्जे में हमारे देश की है जो कांग्रेस के समय हुई. जब नेहरू जी पीएम थे.”

उन्होंने आगे कहा, “62 में चीन ने हमला किया और 33 हजार वर्ग किमी जमीन उसके कब्जे में है. 71 में 92 हजार पाक के सैनिकों को हमारे देश ने बंदी बनाया था लेकिन अगर मजबूत भारत होता तो पाक से हमारी जमीन वापस हो गई होती. 75 में जब आपातकाल लगा तो लोकतंत्र की हत्या हुई. सिक्खों का कत्लेआम भी कांग्रेस के शासन काल में हुआ.”

बजभूषण सिंह यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा, “राम जन्मभूमि मामले में फैसला रोकने के लिए वकीलों की फौज खड़ी की, आतंकियों की फांसी रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट का ताला खुलवाया गया. उरी ने पुलवामा में सैनिकों की हत्या के बाद सर्जिकल स्ट्राइक हुई तब कांग्रेस ने सबूत मांगे. कोविड की वैक्सीन बनाने के दौरान भी इन्होंने सवाल उठाए.”