छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : नक्सली कमांडर के लिए बाइक ले जाते 3 सहयोगी गिरफ्तार, मल्लेश ने दिए थे 2 लाख रुपए, 2-2 हजार के नोट खपाने की थी प्लानिंग

जगदलपुर : छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा पुलिस ने नक्सलियों तक बाइक, विस्फोटक समेत अन्य सामान पहुंचाने वाले 3 सप्लायरों को पकड़ा है। बताया जा रहा है कि, ये तीनों नक्सलियों के अर्बन नेटवर्क हैं जो नक्सलियों तक सामान पहुंचाने का काम कर रहे थे। नक्सली कमांडर मल्लेश ने इन्हें 2-2 हजार नोट के 2 लाख रुपए दिए थे। इन पैसों से नई बाइक खरीदी, विस्फोटक सामान खरीदा और कमांडर को देने जा रहे थे। हालांकि, इससे पहले ही इन्हें पकड़ लिया गया। मामला जिले के गीदम थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के मुताबिक, पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि नक्सली कमांडर मल्लेश ने कुछ युवकों को 2 लाख रुपए कैश दिए हैं। उन पैसों से कई तरह के सामान भी मंगवाए गए हैं। पुलिस को मिली इस पुख्ता सूचना के बाद गीदम-बीजापुर मुख्य मार्ग पर जवानों ने वाहनों की चेकिंग करनी शुरू की। जिसके बाद एक सोल्ड मोटरसाइकिल में सवार तीन युवकों को रुकवाया। संदेह के आधार पर उनसे पूछताछ की। उन्होंने अपना नाम विक्की गोयल (40), बलराम तामों (35) और सुमित दीक्षित (35) बताया।

उनके पास से एक सफेद रंग की बोरी मिली। जिसमें कुछ सामान भी रखे हुए थे। साथ ही विक्की गोयल के पास से नक्सलियों का लिखा एक पत्र भी मिला। जिसमें 2 लाख रुपए देने और जो-जो सामान लाने थे उसकी पूरी लिस्ट थी। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि जिले के एक बाइक शो रूम से उन्होंने 8 जून को बाइक खरीदी थी। साथ ही अलग-अलग दुकानों से कुछ सामान भी खरीदे थे। यह सामान मल्लेश के पास पहुंचाने थे। बाइक और सामान पहुंचाने सभी जा रहे थे। हालांकि, पुलिस ने इन्हें पहले ही पकड़ लिया।

SDOP आशारानी ने बताया कि, तीनों नक्सली सहयोगी है। पूछताछ में कई खुलासे भी हुए हैं। नक्सली मल्लेश का लेटर, तार, एक सोल्ड बाइक समेत अन्य सामान इनके पास से बरामद किए गए हैं। तीनों नक्सलियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। पूछताछ में इनसे कई खुलासे भी हुए हैं।

जानिए कौन है मल्लेश?

मल्लेश नक्सलियों का DVCM माड़ डिवीजन का मिलिट्री कमांडर है। इसपर 8 लाख रुपए से ज्यादा का इनाम घोषित है। यह कई बड़ी घटनाओं में भी शामिल रहा है। ऐसा बताया जाता है कि, अगर माड़ डिवीजन के इस नक्सली की गिरफ्तारी या एनकाउंटर हो जाता है तो पुलिस को उस इलाके में काफी राहत मिलेगी।