नईदिल्ली : योगेश्वर दत्त के प्रदर्शनकारी पहलवानों को ट्रायल में दिए गए छूट वाले बयान को लेकर बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने शनिवार (24 जून) को पलटवार किया. उन्होंने कहा कि दत्त ने देश को धोखा दिया है.
बजरंग पुनिया ने कहा, ”हमने कोई लेटर नहीं लिखा जिसमें हमने एक ट्रायल की मांग की हो. योगेश्वर दत्त ने तब अपनी बातें क्यों नहीं रखी. तब बयान क्यों नहीं रखा जब बेटियों के साथ 28 तारीख को जंतर मंतर में गलत हो रहा था. जब किसानों के साथ गलत होता है. योगेश्वर दत्त केवल अपनी राजनीति करना चाह रहे हैं. वह खुद एक वक्त ने पहलवान थे, लेकिन उन्होंने देश के साथ धोखा किया है.”
वहीं पहलवान विनेश फोगाट ने कहा कि हमने पूरी (डब्ल्यूएफआई की निगरानी) समिति को एक ईमेल लिखा था. इसमें उन्हें बताया गया था कि योगेश्वर दत्त पहलवानों के दिए गए बयानों को लीक कर रहे हैं. इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई.
दरअसल लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त ने शुक्रवार (23 जून) को एशियाई खेलों और विश्व चैम्पियनशिप के लिए होने वाले ट्रायल से विरोध प्रदर्शन करने वाले छह पहलवानों को छूट देने को लेकर भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के तदर्थ पैनल पर निशाना साधा था.
उन्होंने सवाल किया था कि क्या ये पहलवान इस तरह का समर्थन पाने के लिए भारतीय कुश्ती महासंघ के निर्वतमान अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे.
योगेश्वर दत्त ने क्या कहा था?
बीजेपी के नेता योगेश्वर दत्त ने कहा था कि भूपेंदर सिंह बाजवा की अध्यक्षता वाली समिति ने ऐसा कदम उठाकर देश के जूनियर पहलवानों के साथ अन्याय किया है. उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट कर कहा था कि मुझे समझ नहीं आ रहा है कि ट्रायल के बारे में निर्णय लेने में पैनल ने किन मानदंडों का पालन किया है. वह भी सभी छह पहलवानों के लिए.
दत्त ने कहा कि पैनल को ट्रायल के लिए छूट देनी थी तो कई अन्य योग्य उम्मीदवार भी थे. इसमें रवि दहिया ओलंपिक रजत पदक और राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण पदक विजेता भी हैं. दीपक पूनिया राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण पदक विजेता हैं, अंशू मलिक विश्व चैम्पियनशिप का रजत पदक विजेता हैं, सोनम मलिक ने भी कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की है.
मामला क्या है?
भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के तदर्थ पैनल ने छह आंदोलनकारी पहलवानों के लिए आगामी एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप की चयन प्रक्रिया को सिर्फ एक मुकाबले की प्रतियोगिता कर दिया है.
इन पहलवानों को इन दोनों प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं की भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए सिर्फ ट्रायल के विजेताओं को हराने की जरूरत होगी. छह पहलवानों विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, संगीता फोगाट, सत्यव्रत कादियान और जितेंद्र किन्हा को ना सिर्फ शुरुआती ट्रायल में हिस्सा लेने से छूट मिली है बल्कि उन्हें वादा किया गया है कि वे पांच से 15 अगस्त के बीच ट्रायल के विजेताओं से भिड़ेंगे