छत्तीसगढ़

ट्विटर के पूर्व CEO पराग अग्रवाल ने एलन मस्क को कोर्ट में घसीटा, 128 मिलियन डॉलर का भेजा नोटिस, जानें मामला?

नईदिल्ली : दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व नाम ट्विटर) के मालिक एलन मस्क एक बार फिर से मुसीबत में फंसते दिख रहे हैं और इस बार ट्विटर के चार पूर्व अधिकारियों ने उन्हें कोर्ट में घसीटने का पूरा प्लान तैयार कर लिया है।

एलन मस्क को ट्विटर के चार पूर्व अधिकारियों ने बकाए का भुगतान नहीं करने को लेकर नोटिस भेजा है, जिसमें 128 मिलियन डॉलर का भुगतान करने के लिए कहा गया है। आरोप है, कि एलन मस्क ने इन अधिकारियों को असमय कंपनी से निकाल दिया था, जो ट्विटर के साथ हुए कॉन्ट्रैक्ट का उल्लंघन करना है।

सैन फ्रांसिस्को में संघीय अदालत में एलन मस्क के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया है। आपको बता दें, कि अक्टूबर 2022 में एलन मस्क ने ट्विटर का अधिग्रहण किया था और उसके बाद पराग अग्रवाल को सीईओ के पद से हटा दिया गया था। पराग अग्रवाल के साथ साथ कई और उच्चाधिकारियों को ट्विटर से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था।

एलन मस्क के खिलाफ जिन लोगों ने मुकदमा दायर किया है, उनमें पराग अग्रवाल के अलावा ट्विटर की पूर्व वित्तीय अधिकारी नेड सेगव, पूर्व कानूनी अधिकारी विजया गड्डे और पूर्व जनरल काउंसिल सीन एडगेट शामिल हैं।इन पूर्व अधिकारियों का आरोप है, कि एलन मस्क ने ट्विटर पर नियंत्रण हासिल करने के कुछ ही मिनटों बाद उन्हें निकाल दिया गया था और उनके खिलाफ मिसकंडक्ट के झूठे आरोप लगाए गये थे। आरोप में कहा गया है, कि एलन मस्क ने ट्विटर खरीदने से इनकार करने की कोशिश की थी, लेकिन इन अधिकारियों ने ऐसा करने पर एलन मस्क के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कही थी, जिससे एलन मस्क को ट्विटर खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ा था।

आपको बता दें, कि एलन मस्क ने पहले सार्वजनिक तौर पर 44 अरब डॉलर में ट्विटर खरीदने की घोषणा कर दी थी, लेकिन बाद में वो अपने ऑफर से मुकर गये थे, जिससे ट्विटर के शेयर के दाम बुरी तरह से गिर गया। जिसके बाद ट्विटर मैनेजमेंट ने मस्क के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की धमकी दी थी, लिहाजा मस्क को ट्विटर खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ा। ऐसा कहा जाता है, कि पराग अग्रवाल ने एलन मस्क को ट्विटर खरीदने के लिए मजबूर कर दिया था और अगर मस्क फिर भी मुकरते, तो उन्हें अरबों डॉलर जुर्माना देना पड़ता।

एलन मस्क के खिलाफ मुकदमें में पूर्व अधिकारियों ने कहा है, कि ट्विटर अधिग्रहण के बाद एलन मस्क ने ट्विटर और उनके बीच किए गये कॉन्ट्रैक्ट को रद्द कर दिया और कंपनी से बाहर निकाल दिया। इसके अलावा, कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक, उन्हें एक साल का वेतन और लाखों डॉलर के स्टॉक भी नहीं दिए गये।

पूर्व अधिकारियों ने 39 पेज के मुकदमे में कहा है, कि “यह मस्क की चाल है, कि वो दूसरे लोगों का बकाया पैसा अपने पास रखते हैं और लोगों को अपने खिलाफ मुकदमा दायर करने के लिए मजबूर करते हैं।”

मुकदमे पर एक्स ने क्या कहा?

आपको बता दें, कि एक्स पहले से ही सैकड़ों ऐसे मुकदमों का सामना कर रहा है, क्योंकि ट्विटर अधिग्रहण के बाद एलन मस्क ने सैकड़ों कर्मचारियों को एक झटके में नौकरी से निकाल दिया और किसी भी कर्मचारी के बकाए का भुगतान नहीं किया गया और ना ही कॉन्ट्रक्ट का ही पालन किया। और ये बकाया करीब 500 मिलियन डॉलर का है।

लेकिन, एक्स ने गलत काम करने से इनकार किया है। रिपोर्ट के मुकाबिक, इसके अलावा भी कंपनी के खिलाफ अपनी पूर्व जनसंपर्क फर्म, मकान मालिकों, विक्रेताओं और सलाहकारों को भुगतान करने में विफल रहने के लिए मुकदमा दायर किया गया है।

एक्स पर आतंकवादी समूहों से भुगतान लेने के आरोप में भी अमेरिका में कुछ अलग अलग मुकदमें दायर किए गये हैं। आरोपों में कहा गया है, कि एक्स पर आतंकी संगठनों को ब्लूटिक दिए गये हैं और पैसे लिए गये हैं। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, एक गैर-लाभकारी संगठन, टेक ट्रांसपेरेंसी प्रोजेक्ट (टीटीपी) ने पाया है, कि एक्स ने अमेरिका द्वारा नामित आतंकवादी समूह के दो नेताओं और अमेरिकी सरकार द्वारा स्वीकृत कई अन्य संगठनों को ब्लू टिक मार्क्स दिए थे।