कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर नागरिक संशोधन अधिनियम (CAA) को लेकर केंद्र सरकार पर हमला किया है. ममता ने कहा, उन्होंने (BJP) विशेष रूप से कल का दिन चुना है, क्योंकि आज से रमजान शुरू हो गया है. उन्होंने कहा, इस CAA का सीधा संबंध एनआरसी से है, ये मत भूलिए. यह कानून एनआरसी से संबंधित है. ममता ने कहा, हम पश्चिम बंगाल में एनआरसी, डिटेंशन कैंप की अनुमति नहीं देंगे. हम किसी को भी बंगाल में लोगों के अधिकार छीनने की इजाजत नहीं देंगे. इसके लिए मैं अपनी जान देने के लिए तैयार हूं. सीएम मंगलवार को यहां उत्तर 24 परगना के हाबड़ा में सरकारी कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं.
ममता ने कहा, बीजेपी आने वाले दिनों में अशांति का खेल खेलने की कोशिश कर रही है. मुझे यह बात आपको स्पष्ट करनी है. यह भारत की धर्मनिरपेक्षता की जड़ों पर सीधा हमला है. CAA का नियम भी स्पष्ट नहीं हैं. एनआरसी के नाम पर उन्होंने (बीजेपी सरकार) 13 लाख बंगालियों को बाहर कर दिया है. उनमें से कई ने आत्महत्या कर ली है.
‘अब बीजेपी के हाथों में चला गया काम’
सीएम ममता ने कहा, आप मुझे बताएं आपके पास आधार कार्ड है या नहीं. आपके पास प्रॉपर्टी की दुकानें हैं या नहीं. जैसे ही आप आवेदन करेंगे, आपको अवैध नागरिक घोषित कर दिया जाएगा. पहले डीएम कार्ड जारी करते थे, अब यह काम बीजेपी के हाथ में चला गया है. एक वोट के लिए आप सब कुछ खो देंगे. तुम सब कुछ खो दोगे.
‘मैं डिटेंशन कैंप की इजाजत नहीं दूंगी’
ममता का कहना था कि आप वोट डाल पाएंगे या नहीं, यह भी सवाल में है. उत्तर पूर्व के लोग मुस्लिम और हिंदू रो रहे हैं. क्योंकि 13 लाख बंगाली हिंदुओं को बाहर कर दिया गया. आपने मतुआ समुदाय का आधार कार्ड क्यों मान्य किया था? उन्होंने आधार कार्ड ले लिया है. अब कहा जा रहा है कि तुम्हें जन्म प्रमाण पत्र भी दिखाना होगा. मेरे पास अपना जन्म प्रमाण पत्र नहीं है. कई लोगों के पास जन्म प्रमाण पत्र नहीं है. तो यह सिर्फ धोखाधड़ी है. जो जश्न मना रहे हैं, कृपया कानून पर गौर करें. क्योंकि यह बहुत खतरनाक है. बहुत कम लोगों को इसका पता है. जिन लोगों को नागरिकता नहीं मिलेगी, उन्हें डिटेंशन कैंप में भेज दिया जाएगा. मैं किसी भी डिटेंशन कैंप की इजाजत नहीं दूंगी. मैं अन्य राज्यों से भी इस पर विचार करने के लिए कहूंगी.
‘सब कुछ पूरी तरह से धोखाधड़ी है’
ममता ने कहा, जैसे ही नोटिफाई करेंगे, आप अवैध हो जाएंगे और आपकी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी. सब कुछ पूरी तरह से धोखाधड़ी है. आप जानते हैं कि कितने चर्च जलाए गए हैं. मणिपुर में कई महिलाओं को नग्न कर दिया गया. तब बीजेपी नेता कहां थे? ममता ने आगे कहा, क्या आपने कभी धर्म के आधार पर नागरिकता के बारे में सुना है? यह मानवता का अपमान है.
‘यह मुसलमान पर भी लागू होता है’
सीएम ने कहा, मैं अपने राज्य में किसी को किसी का हक नहीं लेने दूंगी. मैं एनआरसी की इजाजत नहीं दूंगी. मैंने कानूनी राय ले ली है. सीएए और नियम कई कारणों से सवालों में हैं. अप्रवासियों को यह घोषित करना होगा कि वे अवैध हैं. जो लोग 31 दिसंबर 2014 के बाद आए हैं उन्हें एनआरसी का सामना करना पड़ेगा, यह मुसलमानों पर भी लागू होता है. आपकी संपत्ति जब्त कर ली जायेगी. वे मीटिंग में कहेंगे कि कुछ नहीं लेंगे, लेकिन बाद में आप पाएंगे कि आपके पास कुछ भी नहीं है. मौलिक अधिकारों के तहत सीएए असंवैधानिक है.
‘ईसाई, मुसलमानों को बाहर करने के लिए नाटक किया’
ममता ने कहा, जातिगत आरक्षण पर कोई स्पष्टता नहीं है. ऐसी कोई स्थिति नहीं है तो क्या आपको कास्ट सर्टिफिकेट मिल पाएगा? ईसाई, मुसलमानों और बंगाली को बाहर करने के लिए यह नाटक किया. हम सभी नागरिक हैं. क्या आप वोट देंगे? क्या आप कॉलेज जाते हैं. क्या आपको जाति प्रमाण पत्र मिला? याद रखें अगर आपको अवैध आप्रवासी कहा जाएगा तो आपकी स्थिति क्या होगी.