छत्तीसगढ़

चंद्रयान के सफल मिशन के बाद कैसे चांद की धरती पर आराम फरमा रहे विक्रम-प्रज्ञान, तस्वीरें आई सामने

नईदिल्ली : इसरो ने चांद की सतह से नई तस्वीरें साझा की है। जिसमें सफल चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान की हाई रेजोल्यूशन तस्वीरें हैं। फोटो में देख सकते हैं कि कैसे भारत के ‘चंद्रदूत’ विक्रम और प्रज्ञान चांद की धरा पर आराम फरमा रहे हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपने मिशन के सफल समापन के बाद चंद्रमा की सतह पर आराम करते हुए चंद्रयान -3 लैंडर, विक्रम और प्रज्ञान रोवर की लुभावनी फोटोज को साझा किया, इन तस्वीरों को 15 मार्च 2024 को कैप्चर किया गया है।

इंडिपेंडेंट रिसर्चर चंद्रा तुंगथुरथी ने इन तस्वीरों को अपने एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट की है। यह ताजा तस्वीरें अगस्त 2023 में चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के बाद ISRO जो तस्वीरें शेयर की थीं, उनके मुकाबले ज्यादा डिटेलिंग के साथ देखने को मिल रही है। उन्होंने फोटो के साथ एक ब्लॉग पोस्ट का लिंक साझा किया। इसी के साथ बताया गया कि ये तस्वीरें चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर हाई रेजोल्यूशन कैमरा ने ली है। इन तस्वीरों को 17 सेमी के रेजोल्यूशन से खींची गई है।

फोटोज का लेटेस्ट सेट लगभग 65 किलोमीटर की कम ऊंचाई से कैप्चर की गई है। इसी के साथ ब्लॉग पोस्ट में बताया गया, “शिवशक्ति प्वाइंट पर सफल टचडाउन के बाद चंद्रयान -3 के विक्रम लैंडर ने अपने रोवर प्रज्ञान को गड्ढे वाली चंद्र सतह पर नेविगेट करने के लिए तैनात किया।”

नई वाली तस्वीर ज्यादा साफ है। आपको बता दें कि 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा के साउथ पोल पर मौजूद शिव शक्ति पॉइंट पर उतरने के बाद विक्रम लैंडर से प्रज्ञान रोवर बाहर निकला था, जिसने चांद की सतह पर करीब 100 मीटर तक घूम-घूमकर चक्कर लगाए। और दो हफ्तों के मिशन के दौरान इसरो को बेहद अहम जानकारी और फोटो साझा की।

पोस्ट में कहा गया कि “आज, पहली बार हम विक्रम के ठीक बगल में छोटे प्रज्ञान को स्पष्ट रूप से देख सकते हैं।” चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बावजूद विक्रम और प्रज्ञान चंद्रमा के दक्षिणी वातावरण की कठोर परिस्थितियों का सामना नहीं कर सके और उन्हें निष्क्रिय मान लिया गया। हालांकि भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने 23 अगस्त, 2023 को विक्रम लैंडर की तस्वीरें जारी कीं, लेकिन प्रज्ञान के अंतिम विश्राम स्थल का सटीक स्थान अस्पष्ट रहा।