नईदिल्ली ‘ लोकसभा चुनाव-2024 के दौरान कांग्रेस से इस्तीफा देने वालीं राधिक खेड़ा ने अब कांग्रेस पार्टी को लेकर विस्फोटक खुलासा किया है। कांग्रेस पार्टी के भीतर महिलाओं का अपमान और दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए राधिका खेड़ा ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया है।
राधिका खेड़ा ने अब सोमवार (6 मई) को कहा है कि, राहुल गांधी की भारत जोड़ों न्याय यात्रा के दौरान उनको छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने शराब पीने के लिए कहा था। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी आरोप लगाया है कि सुशील आनंद शुक्ला ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और गालियां दी थीं।
कांग्रेस पार्टी से अपने इस्तीफे पर सोमवार (06 मई) को राधिका खेड़ा ने प्रेस क्लब दिल्ली से प्रेस वार्ता की। राधिका खेड़ा ने कहा, “राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने मुझे शराब पीने का ऑफर किया था। और वह 5-6 पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ नशे की हालत में मेरे कमरे का दरवाजा खटखटा रहे थे।”
राधिका खेड़ा ने आगे कहा, ”मैंने सचिन पायलट और जयराम रमेश को सूचित किया लेकिन मुझे बाद में एहसास हुआ कि मुझे नजरअंदाज कर दिया गया क्योंकि मैं पार्टी की हिंदू विरोधी विचारधारा का पालन नहीं करती था।” राधिका खेड़ा का कहना है, “मैं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से 3 साल से समय मांग रही हूं, लेकिन उनमें से कोई भी मुझसे मिलने को तैयार नहीं है। मुझे हमेशा एक कार्यालय से दूसरे कार्यालय भेजा जाता था। यहां तक कि राहुल गांधी न्याय यात्रा भी किसी से नहीं मिले थे। वह आते थे और 5 मिनट के लिए लोगों से हाथ हिलाते थे और अपने ट्रेलर में वापस चले जाते थे, उनकी न्याय यात्रा नाम मात्र के लिए थी।’
उन्होंने आगे कहा, ”मुझे लगता है कि वह सिर्फ एक ट्रैवल ब्लॉगर बनना चाहते हैं और वह यात्रा कर रहे थे वहां ब्लागिंग की…मैंने उनसे (प्रियंका गांधी) मिलने की कोशिश की, लेकिन वह किसी से नहीं मिलीं। वह कहती हैं, ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं, लेकिन ‘लड़की हो तो पिटोगी’, कांग्रेस का नारा है…।”
राधिका खेड़ा ने सचिन पायलट पर भी लगाए गंभीर आरोप
राधिका खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैंने सबसे पहला काम यह किया कि मैंने सचिन पायलट को फोन किया लेकिन उन्होंने मुझसे बात नहीं की, उनके पीए ने मुझे बताया कि सचिन पायलट व्यस्त हैं। उनके पीए की किसी से बातचीत हुई थी। वहां उन्होंने मुझे घटना के बारे में कुछ भी न बोलने, अपना मुंह न खोलने के लिए कहा, इसके बाद मैंने भूपेश बघेल, पवन खेड़ा और जयराम रमेश को फोन किया लेकिन उनमें से किसी ने भी जवाब नहीं दिया…बाद में भूपेश बघेल ने मुझे वापस फोन किया था। मैंने उनको बताया कि मैं राजनीति छोड़ना चाहती हूं लेकिन उन्होंने मुझे छत्तीसगढ़ छोड़ने के लिए कहा और तब मुझे समझ आया कि यह सब सिर्फ एक साजिश थी…”
राधिका खेड़ा ने कहा- मेरे साथ दुर्व्यवहार हुआ और मुझे गालियां दीं
राधिका खेड़ा ने कहा, ”30 अप्रैल 2024 को मैं छत्तीसगढ़ कांग्रेस के मीडिया चेयरमैन सुशील आनंद शुक्ला से बात करने गई थी लेकिन उन्होंने मेरे साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया और मुझे गालियां दीं। मैं बहुत चिल्लाई। चिल्लाया भी और लोगों से कहा कि नीचे जाओ और महासचिव को बुलाओ लेकिन किसी ने मेरी नहीं सुनी।”
राधिका खेड़ा ने आगे कहा, ”उसके बाद मैंने अपना फोन निकाला और कहा कि मैं आपकी रिकॉर्डिंग कर रहा हूं, तो सुशील आनंद शुक्ला ने इशारा किया और उस कमरे में मौजूद 2 और लोगों ने मुझे कमरे में बंद कर दिया। अंदर कमरा लगभग एक मिनट तक बंद रहा और मेरे साथ दुर्व्यवहार किया गया। तीनों आदमी उठकर मेरी ओर आए। मैं चिल्लाती रही लेकिन किसी ने दरवाजा खोलने की कोशिश नहीं की… मैंने दरवाजे को जोर से धक्का दिया और दरवाजा खोलकर चली गई। प्रदेश महासचिव के कमरे में लेकिन वह जूते उतारकर बैठे थे। लेकिन किसी ने मेरी मदद नहीं की। किसी ने उस आदमी को नहीं बुलाया, किसी ने नहीं पूछा कि क्या हुआ?…”