नईदिल्ली I भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान में सिख महिला के जबरन धर्मांतरण का मुद्दा पाकिस्तान सरकार के सामने उठाया है और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है. एस जयशंकर ने राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (एनसीएम) को जवाब देते हुए सूचित किया है कि उन्होंने सिख महिला के जबरन धर्मांतरण का मुद्दा पाकिस्तान के समक्ष उठाया और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
विदेश मंत्री ने आगे कहा, भारत सरकार ने इस बात की उम्मीद भी जताई है कि पाकिस्तान सरकार ईमानदारी से इसकी जांच करेगी और इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी. इसके अलावा पाकिस्तान से देश में अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है, जिसमें उनके पूजा स्थल भी शामिल हैं.
महिला का अपहरण कर आरोपी से करा दी गई शादी
जानकारी के मुताबिक खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बुनेर जिले में एक सिख शिक्षक का कथित तौर पर बंदूक की नोक पर अपहरण कर लिया गया था और धर्म परिवर्तन कराकर अपकर्ता से शादी करा दी गई थी. एनसीएम ने एक बयान में कहा कि उसने पाकिस्तान के सिख लड़की के अपहरण और जबरन धर्म परिवर्तन के संबंध में मीडिया की खबरों का संज्ञान लिया था.
एनसीएम प्रमुख इकबाल सिंह लालपुरा ने 22 अगस्त को एक पत्र के माध्यम से विदेश मंत्री से अनुरोध किया था कि वह इस मामले को पाकिस्तान में अपने समकक्ष के साथ उठाएं ताकि इस प्रकार की घटना दोबारा न हो और पड़ोसी देश में सिखों की सुरक्षा सुनिश्चित हो और उनके खिलाफ नफरत को रोकने एवं उसका मुकाबला करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं.
बयान में कहा गया है कि विदेश मंत्री जयशंकर ने 17 सितंबर को एक पत्र में एनसीएम प्रमुख को सूचित किया कि सरकार ने इस घटना का संज्ञान लिया और जैसे ही घटना की जानकारी मिली, उसने राजनयिक माध्यम से पाकिस्तान सरकार के समक्ष इसे उठाया और इस तरह की चौंकाने वाली और निंदनीय घटना पर गंभीर चिंता जताई.