छत्तीसगढ़

सड़क पर सांसद के ठुमके… दुर्गा पूजा में TMC सांसद महुआ ने किया डांस- Video

नईदिल्ली I तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में दुर्गा पूजा के दौरान महापंचमी समारोह का एक वीडियो साझा किया है. मोइत्रा ने ट्विटर पर एक वीडियो साझा किया और लिखा, “नदिया में महापंचमी समारोह के खूबसूरत क्षण.” वीडियो में, मोइत्रा को एक बंगाली लोक गीत ‘सोहाग चंद बोदोनी धोनी नाचो तो देखी’ पर कई अन्य महिलाओं के साथ महापंचमी समारोह के जुलूस के दौरान एक सड़क पर नृत्य करते देखा जा सकता है. बता दें कि शनिवार से कोलकाता में औपचारिक रूप से दुर्गा पूजा शुरू हो गई है.

लोक गीत का हिंदी में अर्थ है, “हे सुंदर महिला, चंद्रमा की तरह चेहरे के साथ, मुझे दिखाओ कि तुम कैसे नृत्य करते हो.” मोइत्रा ने समारोह के दौरान अपने नृत्य कौशल को दिखाने के साथ-साथ गीत भी गाया.

महापंचमी पर ही पूजा देखने वालों का उमड़ा सैलाब

नौ दिवसीय नवरात्रि उत्सव के पांचवें दिन मनाई जाने वाली, महापंचमी में भक्तों को दुर्गा के पांचवें अवतार की पूजा करते हुए देखा जाता है. महापंचमी शुक्रवार को मनाई गई और यह पूजनीय देवी स्कंदमाता को समर्पित है. कोलकाता में दुर्गा पूजा घूमने वालों का जनसैलाब पंचमी यानी शुक्रवार की रात से ही उमड़ गई है. लाखों की संख्या में लोग अपने अपने परिजनों, दोस्तों रिश्तेदारों और साथी- मित्रों के साथ राजधानी कोलकाता में विभिन्न दुर्गा पूजा पंडालों को घूमने के लिए पहुंच गए हैं. पूजा पंडालों में लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है.

कोलकाता के पूजा पंडालों में उमड़ रही है भीड़

कोरोना के बाद सामान्य हुए हालात के बीच इस साल मोहम्मद अली पार्क, भूकैलाश, तारा सुंदरी पार्क, भवानीपुर 75 पल्ली, सुरुचि संघ, श्री भूमि पूजा कमेटी, एकडलिया पूजा क्लब समेत साल्ट लेक कई पूजा आयोजकों की ओर से बड़े पैमाने पर भव्य दुर्गा पूजा पंडाल बनाया गया है. इन्हें देखने के लिए वैसे तो तृतीया यानी बुधवार के दिन से ही लोग कोलकाता पहुंचने लगे थे लेकिन शुक्रवार यानी पंचमी की रात से पूरी राजधानी लोगों के जनसैलाब से पटी पड़ी है. इस बीच लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस ने भी पहले से ही काफी सतर्कता बरती है. कोलकाता के राजपथ यानी रेड रोड से लेकर सभी प्रमुख सड़कों को पुलिस ने दोनों ओर से 10-10 फीट लकड़ी से घेरकर एक अलग गलियारा तैयार किया है जिस में घूस कर पूजा घूमने वाले पंडालों तक पहुंचेंगे और पंडालों के निकासी द्वार से निकल कर इन्हीं गलियारों से राजधानी के दूसरे क्षेत्रों में बने पूजा पंडालों तक पहुंचेंगे.