नईदिल्ली I प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 5जी सेवाओं की बड़ी सौगात देशवासियों को दी है. उन्होंने दिल्ली के प्रगति मैदान में हो रहे इंडिया मोबाइल कांग्रेस में 5G सर्विसेज का उद्घाटन किया. इस मौके पर केंद्रीय संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे. ‘5जी सेवाओं’ की शुरुआत पर पीएम मोदी ने कहा, ‘आज देश की टेलीकॉम इंडस्ट्री की ओर से 130 करोड़ भारतीयों को 5G के तौर पर एक शानदार उपहार मिल रहा है. 5G देश के द्वार पर नए दौर की दस्तक है.’
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को देश में 5जी टेलीफोनी सेवाएं शुरू कर दीं, जिससे मोबाइल फोन पर अल्ट्रा हाई स्पीड इंटरनेट के युग का आगाज हो गया है. पीएम ने भारतीय मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) 2022 में चुनिंदा शहरों में 5जी सेवाएं शुरू कीं. ये सेवाएं अगले कुछ सालों में धीरे-धीरे देशभर में उपलब्ध करा दी जाएंगी.पीएम मोदी ने कहा, ‘आज 21वीं सदी के विकसित होते भारत के सामर्थ्य का और उस सामर्थ्य को देखने का एक विशेष दिवस है. आजादी के अमृत महोत्सव के इस ऐतिहासिक कालखंड में 1 अक्टूबर 2022 की ये तारीख इतिहास में दर्ज होने वाली है. आज देश की टेलीकॉम इंडस्ट्री की ओर से करोड़ों भारतवासियों को 5G के तौर पर एक शानदार उपहार मिल रहा है. 5G देश के द्वार पर नए दौर की दस्तक है. यह अवसरों के अनंत आकाश की शुरुआत है.’
पीएम मोदी ने कहा, ‘जब हम “डिजिटल इंडिया” की बात करते हैं तो कुछ लोग समझते हैं कि यह सरकारी एक योजना है. लेकिन यह सिर्फ नाम नहीं है, यह देश के विकास का बहुत बड़ा विजन है. इस विजन का लक्ष्य उस टेक्नोलॉजी को आम लोगों के लिए पहुंचाना है जो आम लोगों के लिए और उनसे जुड़कर काम करे.’
उन्होंने कहा, ‘2014 तक हम करीब 100 प्रतिशत मोबाइल आयात करते थे. 2014 में जीरो मोबाइल फोन निर्यात करने से लेकर आज हम हजारों करोड़ के मोबाइल फोन निर्यात करने वाले देश बन चुके हैं. हमने मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को बढ़ाया, जिसकी संख्या 2 से बढ़कर 200 हो गई है. हमने 4 स्तंभ पर और चार दिशाओं में एक साथ फोकस किया. पहला- डिवाइस की कीमत. दूसरा- डिजिटल कनेक्टिविटी. तीसरा- डेटा की कीमत. चौथा और सबसे जरूरी- डिजिटल फर्स्ट की सोच.’पीएम ने कहा, ‘नया भारत, टेक्नोलॉजी का सिर्फ कन्ज्यूमर बनकर नहीं रहेगा, बल्कि भारत उस टेक्नोलॉजी के विकास में और उसके कार्यान्वयन में सक्रिय भूमिका निभाएगा. भविष्य की वायरलेस टेक्नोलॉजी को डिजाइन करने में और उस से जुड़े निर्माण में भारत की बड़ी भूमिका होगी.’
पीएम मोदी ने कहा, ‘2G, 3G, 4G के समय भारत टेक्नोलॉजी के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहा. लेकिन 5G के साथ भारत ने नया इतिहास रच दिया है. 5G के साथ भारत पहली बार टेलीकॉम टेक्नॉलजी में ग्लोबल स्टैंडर्ड तय कर रहा है. भारत लीड कर रहा है. आज इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाला हर व्यक्ति इस बात को समझ रहा है कि 5G इंटरनेट का पूरा आर्टिटेक्चर बदल कर रख देगा.उन्होंने कहा, ‘हमने डिजिटल कनेक्टिविटी पर काम किया. जितने ज़्यादा लोग इससे जुड़ेंगे उतना बेहतर है. 2014 तक 6 करोड़ लोग ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी से जुड़े थे. अब यह 80 करोड़ हो चुके हैं. इंटरनेट कनेक्शन की बात करें तो यह आंकड़ा 25 करोड़ का था जो अब करीब 85 करोड़ पहुंच रही है.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारी सरकार “इंटरनेट फॉर ऑल” के लक्ष्य पर काम कर रही है. डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ने के साथ ही डेटा की कीमत भी उतनी अहम होती है. यह तीसरा स्तंभ था जिसपर हमने काम किया. हमने टेलिकॉम सेक्टर की तमाम अड़चनों को हटाया. इससे डेटा की कीमतों में कमी आई और देश में डेटा क्रांति हुई.’उन्होंने कहा, ‘आज किसी लोकल मार्केट में या सब्जी मंडी में जाकर देखिए. रेहड़ी-पटरी वाला छोटा दुकानदार भी आपसे कहेगा कि कैश नहीं UPI कर दीजिए. ये बदलाव बताता है कि जब सुविधा सुलभ होती है तो सोच किस तरह सशक्त हो जाती है.’ पीएम ने कहा, ‘टेलीकॉम सेक्टर में जो क्रांति देश देख रहा है. वह इस बात का सबूत है कि अगर सरकार सही नीयत से काम करे तो नागरिकों के नीयत बदलने में देर नहीं लगती है.’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘सरकार ने खुद आगे बढ़कर डिजिटल भुगतान का रास्ता आसान बनाया. सरकार ने खुद ऐप के जरिए नागरिक केंद्रित वितरण सेवा को बढ़ावा दिया. बात चाहे किसानों की हो या छोटे दुकानदारों की, हमने उन्हें ऐप के जरिए रोज की जरूरतें पूरी करने का रास्ता दिया.’ उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार के प्रयासों से भारत में डेटा की कीमत बहुत कम बनी हुई है. ये बात अलग है कि हमने इसका हल्ला नहीं मचाया. बड़े-बड़े विज्ञापन नहीं दिए. हमने फोकस किया कि कैसे देश के लोगों की सहूलियत बढ़े और “ईज ऑफ लिविंग” बढ़े.’