छत्तीसगढ़

शशि थरूर बोले- कांग्रेस से संतुष्ट तो खरगे को वोट दें, बदलाव के लिए मुझे चुनें

नईदिल्ली I कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने शनिवार को कहा कि गांधी परिवार और कांग्रेस का डीएनए एक ही है। थरूर ने कहा कि कोई भी पार्टी प्रमुख गांधी परिवार से यह कहते दूरी नहीं बना सकता है कि वह पार्टी के अध्यक्ष का चुनाव बदलाव के लिए लड़ रहा है। थरूर ने एक बार फिर दोहराया कि अगर कार्यकर्ता पार्टी के कामकाज से संतुष्ट हैं तो वह पार्टी नेता मल्लिकार्जुन खरगे को वोट दें।

थरूर ने गांधी परिवार को पार्टी की संपत्ति करार दिया। उन्होंने कहा, 17 अक्तूबर को पार्टी के आंतरिक चुनावों के बाद कांग्रेस का अध्यक्ष चाहे जो भी बने, वह गांधी परिवार को अलविदा कहने की मूर्खता नहीं कर सकता।

गांधी परिवार और कांग्रेस का एक ही डीएनए’
पार्टी अध्यक्ष के चुनाव प्रचार के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में अपने दौरे शुरू करने से पहले उन्होंने बताया कि गांधी परिवार और कांग्रेस का डीएनए एक ही है..नया अध्यक्ष इतना मूर्ख नहीं होगा जो गांधी परिवार को अलविदा कहे। वे हमारे लिए बहुत बड़ी संपत्ति हैं।

‘पार्टी के कामकाज से संतुष्ट हैं तो खरगे को दें वोट’
राजधानी दिल्ली स्थित एआईसीसी कार्यालय में अपना नामांकन दाखिल करने के चौबीस घंटों के भीतर उन्होंने दूसरी बार इस बात को कहा कि वह ‘बदलाव’ का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि यदि पार्टी के नेता और कार्यकर्ता पार्टी के कामकाज से संतुष्ट हैं, तो उन्हें मल्लिकार्जुन खरगे को वोट देना चाहिए। पार्टी के शीर्ष पद की दौड़ में खरगे उनके प्रतिद्वंदी हैं। 

‘पार्टी कार्यकर्ताओं पर छोड़ दें चुनाव की जिम्मेदारी’
थरूर ने यह भी कहा कि उनके और खरगे के बीच चुनाव ‘लड़ाई नहीं’ है। यह कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर छोड़ दिया जाना चाहिए कि वह दोनों में से किसी एक को चुनें। कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘यह लड़ाई नहीं है। यह पार्टी कार्यकर्ताओं पर छोड़ दें, यही हमारा मैसेज है। मैं कह रहा हूं कि अगर आप पार्टी के काम संतुष्ट हैं, तो खरगे साहब को वोट दें। अगर आप बदलाव चाहते हैं, तो वहां मैं हूं। कोई वैचारिक समस्या नहीं है। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा में कोई बदलाव नहीं होगा। ‘

संगठन में निचले स्तर पर फैसला लेने का मिले अधिकार
थरूर ने आगे कहा, ‘आजकल सभी फैसले नई दिल्ली (केंद्रीय नेतृत्व) में हो रहे हैं। पार्टी के लिए यह अच्छा होगा कि ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर फैसले लेने का अधिकार दिया जाए।’ शुक्रवार को नामांकन दाखिल करने के तुरंत बाद थरूर ने अपना घोषणा पत्र जारी किया था। इस उन्होंने पार्टी के विकेंद्रीकरण का जिक्र किया था। 

थरूर के समर्थन में आए 2 पूर्व केंद्रीय मंत्री, 3 सांसद

पार्टी अध्यक्ष पद के लिए शशि थरूर की उम्मीदवारी के समर्थन में नामांकन फॉर्म पर हस्ताक्षर करने वालों में पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहसिना किदवई, सैफुद्दीन सोज, तीन सांसद और जी-23 नेता संदीप दीक्षित शामिल हैं। 

थरूर ने ट्विटर पर छह फॉर्म पोस्ट किए हैं। शुक्रवार को वह केवल पांच फॉर्म को जमा कर पाए थे, छठे फॉर्म को जमा होने में कुछ समय की देरी हुई थी। इसके साथ ही यह भी पता नहीं चल पा रहा था कि उनके सभी पांच फॉर्म स्वीकार किए गए हैं या नहीं, क्योंकि कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री ने शनिवार को कहा कि बीस नामांकन फॉर्म में से चार को खारिज कर दिया गया।