चंडीगढ़: रेप और हत्या मामले में हरियाणा की सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम और उसकी शिष्या हनीप्रीत सिंह एक बार फिर सुर्खियों में है। गुरमीत राम रहीम की दोनों बेटियां और बेटा विदेश जा चुके हैं। ऐसे में खबर है कि हनीप्रीत अब डेरा सच्चा सौदा की सर्वे-सर्वा बन गई हैं। हालांकि डेरा की तरफ से सफाई दी गई है कि इसके मुखिया अभी गुरमीत राम रहीम ही हैं। वहीं राम रहीम की फैमिली आईडी भी सामने आई है जिसमें पत्नी और मां का जिक्र नहीं है लेकिन हनीप्रीत का नाम अंकित है। राम रहीम ने हनीप्रीत को अपनी आईडी में मुख्य शिष्या और धर्म की बेटी बताया है।
राम रहीम की फैमिली आईडी में पिता और माता के नाम वाले कॉलम में शिष्य और गद्दीनशीन शाह सतनाम सिंह महाराज अंकित है जबकि हनीप्रीत के पिता और माता के नाम वाले कॉलम में मुख्य शिष्य और धर्म की बेटी संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसा दर्ज करवाया है।
राम रहीम की उम्र 54, हनीप्रीत की 41
इसके अलावा फैमिली आईडी में राम रहीम ने अपनी उम्र 54 और हनीप्रीत की 41 साल बताई है। हनीप्रीत का असली नाम प्रियंका तनेजा है और हरियाणा के फतेहाबाद की रहने वाली है। उसकी शादी डेरा अनुयायी विश्वास गुप्ता के साथ हुई थी, लेकिन विवादों के बाद विश्वास ने हनीप्रीत से तलाक ले लिया था।
राम रहीम ने अपना आधार कार्ड भी अपडेट करवाया
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पैरोल के दौरान बागपत आश्रम में रहते हुए राम रहीम ने अपना आधार कार्ड भी अपडेट करवाया था। इसमें अपने पिता के नाम के आगे शिष्य व गद्दीनशीन शाह सतनाम जी महाराज अंकित करवाया जबकि डेरा अनुयायियों के एक धड़े की ओर से चलाए जा रहे पेज फेथ वर्सेज वर्डिक पर इस आधार कार्ड की कॉपी अपलोड की गई थी। इसमें यह भी दावा किया गया कि डेरा प्रमुख ने आधार कार्ड में पहले अपना पता शाह सतनाम धाम दर्ज करवाया था जिसे अब बदलकर शाह मस्तान, शाह सतनाम धाम कर दिया गया है।
2017 से जेल में बंद राम रहीम
गौरतलब है कि राम रहीम को 25 अगस्त 2017 को साध्वी यौन शोष मामले में दोषी करार दिया गया और 28 अगस्त 2017 को बीस साल की सजा दी गई थी। उसे पत्रकार छत्रपति और रणजीत हत्याकांड में भी सजा हो चुकी है। इसी साल पंजाब चुनाव से पहले उसे 7 फरवरी को 21 दिन की फरलो मिली थी। इस दौरान डेरा सच्चा सौदा में बदलाव की स्क्रिप्ट लिखी गई थी। इसके बाद 27 जून को राम रहीम को 30 दिन की पैरोल मिली थी और वह यूपी के बागपत आश्रम में रुका था। इस दौरान उसके साथ हनीप्रीत भी थी।
लंदन में जाकर बसा राम रहीम का परिवार
डेरा प्रमुख के जेल जाने के बाद डेरा सच्चा सौदा की गद्दी को लेकर परिवार और राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत के बीच मतभेद हैं। इसी के चलते राम रहीम का परिवार लंदन में बस गया है। राम रहीम की दोनों बेटियां अमरप्रीत, चरणप्रीत कौर और बेटा जसमीत परिवार समेत लंदन हैं। बताया जा रहा है कि मुख्यालय में उसकी मां नसीब कौर और पत्नी हरजीत सिंह रह गई हैं।
राम रहीम ने डेरा अनुयायियों को जारी किया था पत्र
कुछ समय पहले परिवार की ओर डेरा अनुयायियों को एक पत्र जारी किया था। इसमें कहा गया था कि परमार्थ के लिए उनके नाम पर पैसा इकट्ठा किया जा रहा है। परमार्थ यानी डेरा सच्चा सौदा में जुटाया जाने वाला चंदा। परिवार ने पत्र में आग्रह किया था कि अगर कोई भी परिवार के नाम पर चंदा जुटा रहा हो तो इसकी जानकारी दी जाए।
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख ने जेल से ही अपने अनुयायियों को भेजी नौंवी चिट्ठी में पहली बार परिवार और हनीप्रीत का जिक्र किया था। इसमें कहा गया था कि उसका परिवार उसकी आज्ञा से अब विदेश में सेटल होने जा रहा है। इसमें यह भी कहा गया था कि विपासना इंसा की जगह पीआर नैन को नया चेयरपर्सन बनाया जाता है। साथ ही डेरा मैनेजमेंट में भी कुछ बदलाव की बात शामिल थी।
डेरा सच्चा सौदा की सफाई
हनीप्रीत को एकाधिकार मिलने की खबर का डेरा सच्चा सौदा ने खंडन किया। डेरा प्रवक्ता जितेंदर खुराना ने डेरा सच्चा सौदा की तरफ से मीडिया में जारी बयान में कहा कि हनीप्रीत को लेकर जो कहा जा रहा है वह अफवाह मात्र है। उन्होंने डेरा अनुयायियों को आगाह करते हुए कहा कि डेरा की कमान राम रहीम के हाथों में ही रहेगी। हालांकि बयान में डेरा प्रमुख के परिवार को लेकर कोई जानकारी नहीं दी गई।