छत्तीसगढ़

ये हिंदुस्तान सभी का… मैं भारतीय मुस्लिम हूं चाइनीज नहीं; फारूक का केंद्र पर निशाना

जम्मू I जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने केंद्र सरकार पर देश में मुसलमानों के साथ हो रहे कथित दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. अब्दुल्ला ने कहा कि ये हिन्दुस्तान सभी का है और मैं एक भारतीय मुसलमान हूं, चाइनीज नहीं. एनसीपी ने वरिष्ठ नेता छगन भुजबल के 75वें जन्मदिन के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ये बातें कहीं.

नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘हमलोग आपके साथ हैं. कश्मीर से कन्याकुमारी तक हमें देश को एक रखना है. मैं मुसलमान हूं, लेकिन भारतीय मुसलमान हूं. मैं चीनी मुसलमान नहीं हूं.’ उन्होंने आगे कहा, ‘हर कोई अलग हो सकता है. लेकिन हम सब मिलकर इस देश का निर्माण कर सकते हैं. इसे कहते हैं दोस्ती. धर्म लोगों को एक-दूसरे से नफरत करना नहीं सिखाता. यह हिंदुस्तान है. यह सभी का है.’

बयान पर हुआ था जमकर हंगामा

फारूक अब्दुल्ला का ये बयान बीजेपी के दो नेताओं (एक सांसद और एक विधायक) के द्वारा दिए गए बयानों के बाद आया है. दिल्ली में 9 अक्टूबर को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम में बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने कथित तौर पर एक समुदाय को टोटल बॉयकॉट करने का आह्वान किया था. विपक्षी पार्टियों ने इस बयान को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार की खूब आलोचना की थी.

प्रधानमंत्री मोदी क्यों साधे हैं चुप्पी?

कांग्रेस ने बीजेपी सांसद के इस बयान को विवादास्पद करार दिया था. पार्टी ने कहा कि पीएम मोदी इस पर चुप्पी क्यों साधे हैं? वहीं, आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने बीजेपी पर समाज को सांप्रदायिक बनाने और संविधान को नष्ट करने का आरोप लगाया था. शरद पवार के नेतृत्व में छगन भुजबल के जन्मदिन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, गीतकार जावेद अख्तर और एनसीपी नेता अजीत पवार शामिल थे. इसके अलावा और कई नेता इस कार्यक्रम में मौजूद थे.

अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के खिलाफ लड़ाई जारी

हाल ही में फारूक अब्दुल्ला ने कहा था कि अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के खिलाफ नेशनल कॉन्फ्रेंस की लड़ाई अब भी जारी है. उन्होंने कहा कि पार्टी अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के खिलाफ कई स्तरों पर कानूनी और राजनीतिक लड़ाई लड़ रही है. अब्दुल्ला ने लोगों से राज्य में आसन्न चुनाव के लिए मतदाता के रूप में पंजीकरण कराने और अपनी भूमिका निभाने का आग्रह किया.