छत्तीसगढ़

ब्लूटूथ के शक में टीचर ने हिजाब उतारने को कहा, नाराज छात्रा एग्जाम हाल से गई बाहर

नईदिल्ली I देश-दुनिया में हिजाब को लेकर इस चर्चाओं का बाजार गर्म है. कहीं हिजाब का समर्थन हो रहा है तो कहीं हिजाब पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं. शनिवार को बिहार के मुजफ्फरपुर के महंत दर्शन दास महिला (एमडीडीएम) कॉलेज में परीक्षा थी. परीक्षा के दौरान टीचर ने छात्राओं से हिजाब हटाने को कहा. इस पर छात्राएं नाराज हो गईं और विरोध प्रदर्शन करने लगीं. काफी देर तक छात्राओं का विरोध प्रदर्शन चलता रहा.

एक छात्रा ने कहा कि हम कक्षा में थे और परीक्षा की कॉपी लिख रहे थे, तभी टीचर ने यह कहते हुए हिजाब उतारने को कहा कि हमने ब्लूटूथ डिवाइस पहना होगा. हिजाब नहीं उतारने पर टीचर ने हमें जाने को कहा. वहीं मामले में जब कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. कनुप्रिया से बात की गई तो उन्होंने बताया कि छात्राओं ने कक्षा में प्रवेश करने से पहले अपना मोबाइल फोन जमा किया था.

छात्रा ने धर्म के आधार पर उठाया मुद्दा

प्रिंसिपल डॉ. कनुप्रिया ने बताया कि ब्लूटूथ डिवाइस का उपयोग करने की आशंका के चलते परीक्षा हॉल में टीचर ने एक छात्रा से हिजाब हटाकर अपना कान दिखाने को कहा, लेकिन छात्रा ने हिजाब हटाने से मना कर दिया. छात्रा ने कहा कि वह परीक्षा नहीं देगी, लेकिन अपने कान नहीं दिखाएगी. फिर उसने इस बात को धर्म के आधार पर उठाना शुरू कर दिया. उसके साथ हिजाब पहनकर परीक्षा दे रहीं अन्य छात्राएं भी विरोध प्रदर्शन करने लगीं. जानकारी की मुताबिक, विरोध प्रदर्शन कर रही छात्रा ने असामाजिक तत्वों और पुलिस को खबर की.

11वीं क्लास की छात्रा से इसकी उम्मीद नहीं- प्रिंसिपल

प्रिंसिपल डॉ. कनुप्रिया ने कहा कि हैरान करने वाली बात यह है कि 11वीं क्लास की एक छात्रा इस तरह का बर्ताव करेगी. ऐसा लगता है कि किसी ने उसे धर्म और हिजाब के नाम पर गुमराह किया है. स्कूल परिसर में धर्म या जाति के आधार पर कोई भेदभाव नहीं है. अगर उस छात्रा को टीचर के हिजाब हटाने से कहने पर दिक्कत थी तो उसको मुझे या परीक्षा नियंत्रक से शिकायत करनी चाहिए थी. उसने और छात्राओं को उकसा कर विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. ये सही नहीं है.

थाना प्रभारी ने दी जानकारी

वहीं छात्रा की सूचना पर मौके पर पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे मिठनपुरा थाना प्रभारी श्रीकांत सिन्हा ने बताया कि कॉलेज में छात्राओं का विरोध प्रदर्शन चल रहा था. हमने मौके पर पहुंचकर छात्राओं को शांत कराया. साथ ही परीक्षा भी शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराई. छात्राओं ने कोई शिकायत नहीं की तो मामला दर्ज करने की कोई बात ही नहीं है. फिलहाल स्थिति पर हमारी नजर है.

गया में पकड़े गए थे 36 छात्र

बता दें कि गया जिले में कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान ब्लूटूथ डिवाइस का उपयोग करते हुए 36 छात्र पकड़े गए थे. पुलिस को पहले से ही जानकारी थी कि इस तरह के रैकेट चलाने से जुड़े लोग डिवाइस लगाएंगे. इसी के मद्देनजर स्कूलों में भी परीक्षा के दौरान चेकिंग की गई, ताकि ब्लूटूथ डिवाइस का उपयोग करने वाले छात्र-छात्राओं को पकड़ा जा सके.