रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से प्रवर्तन निदेशालय(ED) ने छापा मारा है। बताया जा रहा है कि ईडी की टीम धमतरी जिले में खनिज विभाग के दफ्तर पहुंच हुई है। वहां खनिज अधिकारी से पूछताछ जारी है। खबर ये भी है कि कुछ और जिलों में भी टीम पहुंची हुई है।
जानकारी के मुताबिक, धमतरी के कलेक्ट्रेट ऑफिस में खनिज विभाग का दफ्तर है। वहीं पर सुबह से 5 सदस्यीय टीम पहुंची हुई है। कहा जा रहा है कि खनिज अधिकारी बजरंग पैकरा से अधिकारी पिछले कुछ घंटों से पूछताछ कर रहे हैं। इससे पहले बजरंग पैकरा के यहां आईटी ने भी दबिश दी थी। ऐसे में इस केस को भी उससे जोड़ा जा रहा है। हालांकि अब तक इस मामले में ज्यादा जानकारी सामने नहीं आ सकी है।
धमतरी के इसी दफ्तर में अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं।
वहीं दुर्ग, कवर्धा, जगदलपुर, महासमुंद समेत कुछ और जिलों में भी ईडी के जाने की खबर है। मगर इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। एक महीने में दूसरी बार है, जब ईडी की टीम ने ऐसे दबिश दी है।
महीने भर पहले कारोबारी और CA के यहां ईडी ने दबिश दी थी।
इससे पहले जब ईडी की टीम आई थी, तब टीम ने रायगढ़, रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और महासमुंद जिले में छापा मारा था। इन प्रमुख शहरों में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारी देर रात पहुंच चुके थे और सुबह 5:00 बजे अलग-अलग ठिकानों पर छापा मारा गया। एक ही वक्त पर ईडी के अधिकारी 10 से ज्यादा जगहों पर अलग-अलग टीम बनाकर कार्रवाई की। जिन जगहों पर छापा मारा गया था उनमें कारोबारी और CA शामिल थे।
सीएम ने भी साधा था निशाना
अधिकारियों और कारोबारियों के घरों में दस्तावेजों को खंगाला गया था। इन अधिकारियों और कारोबारियों को लेकर ईडी को करोड़ों रुपए के अवैध लेनदेन की सूचना मिली थी। इसी संबंध में जांच की जा की गई थी। उस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था, भाजपा सीधे लड़ नहीं पा रही है तो ईडी-आईटी, डीआरआई के माध्यम से लड़ने की कोशिश कर रही है। मैं पहले ही कह चुका हूं कि ये और आएंगे। यह आखिरी नहीं है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा इनकी यात्राएं बढ़ेंगी। यह डराने-धमकाने का ही काम है। उसके अलावा कुछ नहीं।