छत्तीसगढ़

World Championship: मीराबाई ने जीता सिल्वर, ओलिंपिक चैंपियन को पीछे छोड़ा

नईदिल्ली I ओलिंपिक मेडलिस्ट मीराबाई चानू ने पेरिस ओलिपिंक्स के लिए अपनी मजबूत दावेदारी ठोक दी है. मंगलवार को उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल अपने नाम किया. उन्होंने यहां 200 किलोग्राम का कुल भार उठाया. मीराबाई पिछले कुछ समय से कलाई की चोट से संघर्ष कर रही थी लेकिन इसके बावजूद वह मेडल हासिल करने में कामयाब रहीं. उन्होंने स्नैच में 87 किलोग्राम वहीं क्लीन एंड जर्क में 113 किलोग्राम का भार उठाया.

पूर्व विश्व चैम्पियन चानू कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना तीसरा मेडल और दूसरा गोल्ड मेडल जीतने के बाद पहली बार किसी इवेंट में उतरी थी. उन्हें कलाई में चोट लगी जिसके बाद वह कुछ समय के लिए खेल से दूर हो गई थी. हालांकि अब उन्होंने दमदार वापसी की है. मीराबाई के इस वेट कैटेगरी में कई दिग्गज खिलाड़ी मौजूद थे लेकिन फिर भी वह मेडल जीतने में कामयाब रहीं. इवेंट का गोल्ड मेडल चीन की जियांग हुईहुआ के नाम रहा जिन्होंने कुल 206 किलोग्राम का कुल भार उठाया. वहीं दूसरी ओर ओलिंपिक चैंपियन हु जहीजहुई केवल 198 किलोग्राम के साथ केवल ब्रॉन्ज मेडल ही जीत पाई और मीराबाई से पीछे रह गई.

पेरिस ओलिंपिक्स की राह हुई आसान

मीराबाई की चोट का असर कहीं न कहीं उनके खेल पर नजर आ रहा था. इसी वजह से वह केवल मुख्य टूर्नामेंट्स में हिस्सा ले रही हैं. पेरिस ओलिंपिक का टिकट कटाने के लिए यह वर्ल्ड चैंपियनशिप काफी अहम थी. यहां मिले सिल्वर मेडल से मीराबाई को अहम अंक मिले जो आखिरी क्वालिफिकेशन रैंकिंग में काम आएंगे. मीराबाई की नजर अब अगले साल होने वाली 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप और 2024 वर्ल्ड कप पर होगी जहां हिस्सा लेना उनके लिए काफी अहम है.

जेरेमी और संकेत नहीं ले रहे हिस्सा

एक वेटलिफ्टर को 2024 ओलिंपिक क्वॉलिफिकेशन नियम के मुताबिक 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप और 2024 वर्ल्ड कप में भाग लेना जरूरी होता है. इनके अलावा वेटलिफ्टर को तीन अन्य प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेना होता है. भारत के पहले युवा ओलंपिक चैम्पियन जेरेमी जुलाई में कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल विजयी अभियान के दौरान चोटिल हो गए थे इसलिए वह इस टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं हैं. कॉमनवेल्थ गेम्स के सिल्वर मेडल विजेता संकेत सागर को कोहनी की चोट लग गई थी, जिसकी तभी सर्जरी कराई गई थी, वह भी हिस्सा नहीं ले रहे हैं.