नईदिल्ली I ऑस्ट्रेलियाई टीम पर बॉल टेंपरिंग का दाग लग चुका है, जिसे लाख कोशिश करके भी वो छुड़ा नहीं पा रहे हैं. अब एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट में बॉल टेंपरिंग का जिन्न बाहर निकल गया है. इस मामले में नए खुलासे हो रहे हैं. अब 2018 में गेंद से छेड़छाड़ करने के आरोप में बैन झेल चुके ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वॉर्नर के मैनेजर में सनसनीखेज खुलासा किया है. वॉर्नर ने मैनेजर जेम्स एर्स्किन ने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट पर बड़ा आरोप लगाया है. मैनेजर ने कहा कि 2016 में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को गेंद से छेड़छाड़ करने की इजाजत दी गई थी.
इस खुलासे के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया में तूफान आ गया है. दरअसल मैनेजर का ये बयान डेविड वॉर्नर के अपने ऊपर लगे कप्तानी के बैन के खिलाफ अपील वाले लेने के फैसले के बाद आया है. दरअसल बीते दिन वॉर्नर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करके कहा था कि वो अपने ऊपर लगे कप्तानी के बैन को नहीं हटाना चाहते और उन्होंने अपनी अपील भी वापस ले ली है.
होबार्ट टेस्ट में मिली थी शर्मनाक हार
मैनेजर जेम्स एर्स्किन ने दावा किया है कि 2016- 2017 में होबार्ट में ऑस्ट्रेलिया को पारी और 80 रन से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा था. इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया 85 रन पर ही सिमट गई थी. इस मैच के बाद साउथ अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसी को बॉल टेंपरिंग के दोषी पाए गए थे. उन्होंने गेंद पर थूक का इस्तेमाल किया था और उस समय उनके मुंह में मिंट थी.
ज्यादा लोगों को थी बॉल टेंपरिंग की जानकारी
जेम्स ने कहा कि इस हार के बाद ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को गेंद से छेड़छाड़ करने की इजाजत दी गई थी. मैनेजर ने एक और चौंकाने वाला खुलासा किया है. उनका कहना है कि 2018 बॉल टेंपरिंग विवाद में 3 से ज्यादा लोग इस प्लान के बारे में जानते थे. केपटाउन टेस्ट में गेंद से छेड़छाड़ करने के आरोप में स्टीव स्मिथ, वॉर्नर और कैमरून बेनक्रॉफ्ट पर बैन लगाया गया था. मैनेजर ने सजा के बारे में कहा कि वॉर्नर के साथ बाकियों के मुकाबले ज्यादा खराब व्यवहार किया गया.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पर साधा था निशाना
वॉर्नर ने खुद पर लगे आजीवन बैन को हटाने के लिए अपील की थी, जिसे उन्होंने वापस ले लिया. वॉर्नर की अपील के बाद 3 सदस्यीय पैनल के सामने सार्वजनिक मंच पर सुनवाई होनी थी और इसी के चलते वॉर्नर ने अपील वापस ले ली थी. साथ ही वॉर्नर ने कहा था कि उनके लिए परिवार काफी अहम है.