नईदिल्ली I फ्रेंच सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज की नेपाल की जेल से रिहाई होने वाली है. नेपाल के सुप्रीम कोर्ट ने सीरियल किलर चार्ल्स शोभराज को 19 साल जेल में बिताने के बाद उसकी उम्र के आधार पर रिहा करने का आदेश दिया है. चार्ल्स दो अमेरिकी पर्यटकों की हत्या के आरोप में 2003 से नेपाल की जेल में बंद है. अदालत ने रिहा होने के 15 दिनों के भीतर उसके निर्वासन का भी आदेश दिया है.
फ्रांसीसी शोभराज के माता-पिता भारतीय और वियतनामी थे. उस पर 1975 में नेपाल में प्रवेश करने के लिए नकली पासपोर्ट का उपयोग करने और अमेरिकी नागरिक कोनी जो ब्रोंजिच (29) और उसकी गर्लफ्रेंड कनाडाई लॉरेंट कैरिएर (26) की हत्या करने का आरोप लगा था.
एक न्यूजपेपर में उसकी फोटो छपने के बाद 1 सितंबर 2003 को उसे नेपाल में एक कैसीनो के बाहर देखा गया था. उसकी गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने उसके खिलाफ 1975 में काठमांडू और भक्तपुर में कपल की हत्या के आरोप में हत्या के दो अलग-अलग मामले दर्ज किए.
कुल 21 साल की सजा काट रहा था चार्ल्स
वो काठमांडू की सेंट्रल जेल में 21 साल की कैद काट रहा था, जिसमें अमेरिकी नागरिक की हत्या के लिए 20 साल और फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल करने के लिए एक साल और 2000 का जुर्माना शामिल है. शोभराज को 1975 में काठमांडू और भक्तपुर जिला अदालतों ने दो हत्याओं का दोषी पाया था. सुप्रीम कोर्ट ने 2010 में काठमांडू जिला अदालत द्वारा उसे सुनाई गई उम्रकैद की सजा का समर्थन किया था.
उसे ‘बिकनी किलर’ के नाम से भी जाना जाता था. ऐसा माना जाता है कि शोभराज ने थाईलैंड में 14 सहित दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया में कम से कम 20 पर्यटकों की हत्या की थी. उसे 1976 से 1997 तक भारत में जेल में रखा गया.
लड़कियों को फंसाकर मार देता था
चार्ल्स शोभराज पर बॉलीवुड में ‘मैं और चार्ल्स’ के नाम से फिल्म भी बनी है. कहा जाता है कि उनसे अधिकतर विदेशी टूरिस्ट महिलाओं की हत्या की. वो भारत घूमने आने वाली महिला टूरिस्ट को नशीली दवाएं देता था. उनसे प्रेम संबंध बनाकर उनकी हत्या कर देता था. 1986 में वो तिहाड़ जेल से भी भागा था. बाद में पकड़ा गया तो सजा पूरी की और फिर फ्रांस चला गया.
2010 में उसने अपनी भारतीय-नेपाली दुभाषिया निहिता बिस्वास से जेल में शादी कर ली. शादी के समय निहिता 20 साल की थी. वही चार्ल्स 64 साल का था.