कराची: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की प्रबंध समिति के प्रमुख नजम सेठी ने कहा, जब भारत के साथ क्रिकेट संबंधों की बात आएगी तो वह सरकार की सलाह पर काम करेंगे। रमीज राजा को बुधवार को पीसीबी अध्यक्ष पद से हटाकर देश में अगले चार महीनों तक क्रिकेट का संचालन करने के लिए सेठी की अगुवाई में 14 सदस्यीय समिति बनाई गई है। इंग्लैंड के खिलाफ हालिया टेस्ट सीरीज में मिली करारी हार के बाद रमीज राजा की कुर्सी चली गई।
सेठी ने लाहौर में पत्रकारों से कहा, जब भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय और अन्य क्रिकेट रिश्तों की बात आएगी तो दोनों देशों की सरकारों से सलाह ली जाएगी।
भारत ने 2008 एशिया कप के बाद से पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है और इसी साल 26 नवंबर को मुंबई आतंकी हमले के बाद 2009 के शुरू में होने वाली द्विपक्षीय सीरीज भी रद कर दी गई थी।
पाकिस्तान ने 2012 में भारत का दौरा किया था लेकिन बीते 10 वर्षों में द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेला गया है। दोनों टीमें केवल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद और एशियाई क्रिकेट परिषद के टूर्नामेंट में ही एक दूसरे से भिड़ी हैं। एशिया कप 2023 की मेजबानी पाकिस्तान को मिली है।
अक्टूबर 2022 में बीसीसीआइ के सचिव जय शाह ने इस पर एक बयान दिया था जिसके बाद लगातार पीसीबी की तरफ से प्रतिक्रियाओं का दौरा जारी है। शाह ने कहा था कि टीम इंडिया एशिया कप खेलने के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगी और जरुरत पड़ी तो इसे न्यूट्रल वेन्यू पर शिफ्ट किया जाएगा।
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पीसीबी की तरफ से प्रतिक्रिया आई थी कि यदि टीम इंडिया, पाकिस्तान नहीं जाएगी तो पाकिस्तान भी अगले साल भारत में होने वाले वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं लेगा। लेकिन अब पीसीबी के नए चेयरैन की इस पर क्या राय होती है, यह देखना दिलचस्प होगा।
बात सेठी की करें तो वह 2013 और 2018 के बीच बोर्ड चेयरमैन और सीईओ रह चुके हैं। पर 2018 में इमरान खान की अगुआई वाली सरकार के आने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।