नईदिल्ली I पंजाब के फिरोजपुर में दुल्हन का पहचान पत्र फर्जी मिलने पर शादी रुकवा दी गई। लड़के वाले हरियाणा से यहां शादी रचाने पहुंचे थे। दूल्हे के परिजनों की शिकायत पर थाना कैंट पुलिस ने दुल्हन पक्ष के सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है। सभी आरोपी फरार हैं। दर्शना निवासी फतेहाबाद (हरियाणा) ने पुलिस को बताया कि वह बेटे रवि कुमार की शादी के लिए लड़की की तलाश कर रहे थे। उनके दामाद तिलक राम ने बताया कि लड़की फिरोजपुर की रहने वाली है, उससे रिश्ता करवा देते हैं।
आरोपी ओम प्रकाश ने उसे कॉल करके लड़की के रिश्ते के संबंध में बातचीत की। लड़की का फोटो भेजा, जो पसंद आई तो उन्होंने बेटे रवि की शादी के लिए हां कर दिया। दर्शना अपने रिश्तेदारों के संग फिरोजपुर (पंजाब) आ गई। वहां तारा अरोड़ा नाम की लड़की से मिले, उन्हें अच्छी लगी। वह छावनी बस अड्डे के नजदीक मंदिर में शादी रचाने लगे। इस दौरान मंदिर के पुजारी ने लड़की का पहचान पत्र मांग लिया, जब उसने पहचान पत्र देखा तो उसने कहा कि कल ही इसी पहचान पत्र से शादी करवाई है। यह सुनते ही वहां बैठे सभी लोग हैरान हो गए।
जैसे ही आरोपियों की पोल खुलने लगी वैसे ही वहां बैठे आरोपी धीरे-धीरे खिसकने लगे। देखते ही देखते दुल्हन समेत सभी आरोपी वहां से फरार हो गए। पता चला कि ये गिरोह जाली पहचान पत्रों पर शादी करवाकर लड़के वालों को लूटते हैं। थाना कैंट पुलिस ने दर्शना के बयान पर आरोपी ओम प्रकाश निवासी अंबाला, वीना शर्मा निवासी हाउसिंग कॉलोनी अंबाला, नेहा निवासी अंबाला, दुल्हन तारा अरोड़ा, दीप व मीत अरोड़ा निवासी खिलचियां जिला फिरोजपुर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।