नईदिल्ली I झारखंड के डालटेनगंज से डॉक्टर का बेहद ही शर्मनाक मामला सामने आया है. पेशाब करने में परेशानी होने पर इलाज कराने प्राईवेट अस्पताल पहुंचे मरीज की डॉक्टर ने ऑपरेशन के दौरान गुप्तांग काट लिया. आरोपी प्राईवेट अस्पताल के संचालक और डॉक्टर दोनों ही फरार हो गए. दोनों के खिलाफ मरीज के परिजनों ने थाने में प्राथमिकी दर्ज करा ली है. प्राईवेट अस्पताल के संचालक और डॉक्टरों ने मरीज और उसके परिजनों को पैसे देकर मामले को दबाने की भी कोशिश की. पीड़ित व्यक्ति को बेहतर इलाज के लिए सरकारी मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
यह पूरा मामला पलामू के डालटेनगंज शहर थाना क्षेत्र के बस स्टैंड के समीप मोहन सिनेमा रोड में संचालित मां गोदावरी अस्पताल का है. जहां से ये शर्मनाक कर देनी वाला यह घटना सामने आई है.साथ ही इस पूरे घटना को किसी तरह पैसे ले-देकर मैनेज करने की कोशिश की जा रही है. मरीज के परिजनों को पैसे देने के साथ अन्य तरह के लालच का प्रलोभन दिया जा रहा है. इसकी जानकारी पीड़ित के भाई ने दी है. आरोपी निजी अस्पताल और उसके संचालक द्वारा ईलाज के खर्च के साथ ही साथ मुआवजा देने की बात कही गई है.
डॉक्टर ने ऑपरेशन का बताया 20 हजार रुपये का खर्च
शाहद गांव के रहने वाले 50 वर्षीय मरीज के पेशाब के रास्ते में परेशानी थी. शुक्रवार की रात परिजनों द्वारा को उसे शहर के मां गोदावरी अस्पताल में भर्ती किया गया था. इलाज के दौरान डॉक्टर ने ऑपरेशन की सलाह दी और 20 हजार खर्च बताए. रोगी के परिजनों ने 10 ,000 दिए थे और शेष राशि ऑपरेशन के बाद देने की बात कही. देर रात करीब 12 बजे मरीज का ऑपरेशन अस्पताल में किया गया.
शनिवार की सुबह मरीज जब पेशाब करने के लिए बाथरूम में गया तो उसे पता चला कि उसका गुप्तांग कटा हुआ है. पेशाब करने में उसे खासा दिक्तत हुई. मरीज ने तत्काल इसकी जानकारी अपने परिजनों को दी. डॉक्टर द्वारा मरीज की ऑपरेशन के दौरान गुप्तांग काटने की जानकारी मिलते ही मां गोदावरी अस्पताल के कर्मी संचालक सहित डॉक्टर मौके से फरार हो गए.
पीड़ित मरीज को सरकारी अस्पताल में कराया गया भर्ती
पीड़ित और उसके परिजन द्वारा मेदिनीनगर शहर थाना पहुंकर अस्पताल के संचालक एवं डॉक्टर के खिलाफ आवेदन देकर कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया. इस संबंध में शहर थाना प्रभारी अभय कुमार सिन्हा ने बताया दर्ज शिकायत के आधार पर मामले की जांच की जा रही है. जो भी आरोपी होंगे. वह बख्शे नहीं जाएंगे. मेदिनीनगर शहर थाना में आवेदन देने के बाद पीड़ित मरीज को बेहतर इलाज के लिए मेदिनीनगर के एमआरएमसीएच में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.