दुर्ग I दुर्ग रेलवे स्टेशन में एक वेंडर ट्रेन की चपेट में आ गया। दुर्घटना में उसके हाथ व पैर की उंगलियां कट गईं। उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल भेजा गया। वहां से उसे रायपुर रेफर कर दिया गया है। फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
दुर्ग जीआरपी से मिली जानकारी के मुताबिक दुर्घटना सोमवार सुबह की है। दुर्ग रेलवे स्टेशन में शिरडी पुरी एक्सप्रेस खड़ी थी। वहीं काम करने वाला वेंडर राकेश पांडेय (36 वर्ष) यात्रियों को सामान बेच रहा था। जैसे ही ट्रेन चली अचानक राकेश को चक्कर आ गया, और वह वहीं गिर गया। गिरने से वह ट्रेन की चपेट में आ गया। हादसे में युवक के हाथ के मसल्स और चमड़ी व उंगली सहित दाएं पैर की सभी उंगलियां कट गई है।
वेंडर के ट्रेन की चपेट में आने की सूचना से वहां काफी भीड़ जमा हो गई। तुरंत मौके पर जीआरपी और आरपीएफ सहित रेलवे के अधिकारी पहुंचे। उन्होंने वेंडर को बाहर निकालकर ट्रेन को रवाना किया। इसके बाद 108 पर फोन करके एंबुलेंस को बुलाया गया और उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में एडमिट कराया। वहां गंभीर हालत के चलते डॉक्टरों ने उसे रायपुर रेफर कर दिया है। फिलहाल वह खतरे से बाहर है।
जीआरपी कर रही मामले की जांच
जीआरपी चौकी प्रभारी रमेश पाण्डेय का कहना है कि पूछताछ में पता चला कि वेंडर राकेश पाण्डेय आदित्य नगर दुर्ग का रहने वाला है। उसे पहले से मिरगी की बीमारी थी। जीआरपी मामले की जांच कर रही है और यह पता लगा रही है कि वेंडर को इस तरह की शिकायत थी या नहीं। यदि थी तो उसे इस बीमारी के बाद ही वेंडर का लाइसेंस क्यों और कैसे दिया गया।