छत्तीसगढ़

रायगढ़ : जमीन का लालच, कुल्हाड़ी से काटकर नाना की हत्या, विवाद में दो युवकों ने पहले झगड़ा किया; फिर कमरे में घुसकर कर दिया हमला

रायगढ़ I छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में 2 युवकों ने मिलकर अपने ही नाना की हत्या कर दी। पूरा मामला मकान विवाद से जुड़ा है। जिसके बाद पहले दोनों ने मिलकर झगड़ा किया। फिर कमरे में घुसकर कुल्हाड़ी मारकर बुजुर्ग की हत्या कर दी है। मामला खरसिया थाना क्षेत्र का है।

सोंडका निवासी गेंदलाल डनसेना(65) पिछले 20 सालों से अपने परिवार के साथ खरसिया में रहता था। वहीं उसकी पुश्तैनी जमीन की देखरेख उसका छोटा भाई राधे लाल डनसेना करता था। राधेलाल गांव में ही अपने परिवार के साथ रहता है। इस बीच कुछ साल पहले गेंदलाल की बहन ननकी बाई अपने पति को छोड़कर मायके आ गई थी।

बताया गया जिस वक्त वह मायके आई, उसके साथ उसके 2 नाती ओमप्रकाश डनसेना (24) और कार्तिक डनेसना (19) भी आए थे। ये देखकर गेंदलाल ने उन्हें गांव के ही घर में एक कमरा रहने के लिए दे दिया था। इसके बाद से ननकी बाई अपने दोनों नाती के साथ यहां रहती थी। उसकी बेटी किसी दूसरे इलाके में रहती है। ओमप्रकाश और कार्तिक खेती-किसानी का काम करते थे।

पीएम आवास के पैसे से बनवा रहे थे मकान

जानकारी के मुताबिक, कुछ समय पहले ननकी बाई का प्रधानमंत्री आवास योजना का पैसा आया था। उसी पैसे से उसके नाती सोंडका में ही घर बनवा रहे थे। उधर, इस बात की जानकारी जब गेंदलाल को लगी तो वह कुछ दिन पहले गांव आया और उसने इस पर आपत्ति जताई। कहा कि मैंने ये कमरा अपनी बहन को रहने के लिए दिया था। यहां मकान आगे मत बढ़ाओ। इसके अलावा उसने अपनी बहन के नातियों को ये भी कहा कि तुम लोग अपना देख लो।

भाई के घर घुसकर की तोड़फोड़

गेंदलाल के आपत्ति के बाद से उसके दोनों नाती नाराज थे। उनका कहना था कि हम लोगों ने यहां पैसा खर्चा किया है, अब हमें घर बनाने से रोका जा रहा है। इतने दिन से थे तो कोई आपत्ति नहीं थी। इसके बाद दोनों आरोपी रविवार को गेंदलाल के छोटेभाई राधेलाल के घर गए। वहां उन्होंने राधेलाल की पत्नी जगदम्बा के साथ मारपीट की। घर में भी तोड़फोड़ की थी। इस घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए थे।

पारिवारिक बैठक के दौरान विवाद

वहीं जगदम्बा ने पूरे मामले को लेकर खरसिया थाना में भी रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस पर पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की। लेकिन आरोपियों को रविवार को कुछ पता नहीं चल सका था।इसके बाद गेंदलाल ने सोमवार को एक पारिवारिक बैठक बुलाई थी। जिसमें उसने अपने नातियों को भी बुलाया था। बस इसी बैठक में शामिल होने सोमवार की दोपहर दोनों नाती गांव वापस आ गए थे। दोपहर के वक्त यह बैठक चल रही थी। तभी फिर से इस बात को लेकर विवाद शुरू हो गया। जिसके बाद ओमप्रकाश और कार्तिक ने लाठी और कुल्हाड़ी उठाया और अपने नाना को दौड़ाने लगे।

इधर, परिजनों ने दोनों को रोकने का प्रयास किया। मगर दोनों नहीं रुके उन्होंने गेंदलाल का पीछा किया। गेंदलाल जब कमरे में जाकर छिपा तो आरोपी भी किसी तरह से अंदर जाकर घुस गए। इसके बाद दोनों ने कुल्हाड़ी मारकर अपने नाना की हत्या कर दी। बाकी के लोगों को भी जान से मारने की धमकी दी।

दोनों आरोपी गिरफ्तार

इस घटना के बाद तुरंत ही गेंदलाल के बेटे ने पुलिस को जानकारी दी। खबर लगते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और तुरंत ही कार्तिक को हिरासत में ले लिया था। जबकि ओमप्रकाश फरार हो गया था। पुलिस ओमप्रकाश की तलाश कर रही थी। मगर सोमवार को उसका कुछ पता नहीं चला। इस बीच पुलिस को मंगलवार सुबह पता चला कि आरोपी नावापारा रोड के पास है। इसके बाद पुलिस ने मौके पर दबिश दी और दूसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मौके से घटना में इस्तेमाल कुल्हाड़ी को भी जब्त किया था। साथ ही आरोपियों से पूछताछ की। जिसमें उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।