नईदिल्ली I भारत में कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति सामान्य हैं. लेकिन वैश्विक स्थिति को लेकर चिंता बनी हुई है. चीन, जापान, अमेरिका सहित कई देशों में तेजी से मामले बढ़ते जा रहे हैं. आज कोरोना पर चर्चा के लिए पांच दिग्गज डॉक्टरों के साथ योगगुरु बाबा रामदेव भी आए.
काफी पहले से एलोपैथी और आयुर्वेद को लेकर विवाद उठ चुका है. रामदेव खुद कई बार एलोपैथी के खिलाफ बयान देकर सुर्खियों में रहे हैं. IMA ने रामदेव के खिलाफ अदालत तक का रुख किया था. बाबा रामदेव ने कहा कि वो वैक्सीनेशन के पचड़े मे नहीं पड़ेंगे. बस आज वो यहां ये कहने आए हैं कि योग हर तरह से लोगों के लिए बेहतर था, है और रहेगा.
सवाल: क्या फिर से कोरोना भारत में आ रहा है?
बाबा रामदेव: वैक्सीनेशन के बारे में बात हो रही है. कुछ लोगों ने डबल डोज और कुछ ने बूस्टर नहीं लगवाई है. मैं वैक्सीनेशन के पचड़े में नहीं पडूंगा, यहां पर डॉक्टर मौजूद हैं और वह ही इस बारे में ज्यादा बताएंगे. वैक्सीन और योग दोनों की डबल डोज लग जाएगी तो भारत को कोरोना बाल भी बाका नहीं कर सकता है. आखिर में इंसान को लड़ना है और उसके लंग्स, हार्ट और किडनी को इम्युनिटी को मजबूत होनी चाहिए. कमजोर आदमी को कोई भी बीमारी नहीं जीने देगा, लेकिन हम मजबूत हैं तो हमारे सामने हर बीमारी हारेगी.
सवाल: चीन में ऐसे हालात क्यों बने?
बाबा रामदेव: चीन में लोगों ने टीकाकरण नहीं कराया और हमारे यहां पर आयुर्वेद को भी अपनाया. पीएम मोदी ने आधुनिक और आयुर्वेद दोनों को महत्व दी है. मैंने 50 वर्षों से कोई दवा नहीं ली है और मैंने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाई है. अगर आपकी कंपलीट डिसीप्लेंड लाइफ है तो आपको इसकी जरूरत नहीं. हालांकि मैं यह नहीं रहा हूं कि वैक्सीन ना लगवाएं.
सवाल: क्यों नहीं लगवाना चाहते वैक्सीन?
बाबा रामदेव: मैं कोरोना की पहली और दूसरी लहर में भी हजारों लोगों के बीच रहा हूं और आज भी पांच हजार लोगों के बीच रहता हूं. किसी पर वैक्सीन थोपनी नहीं चाहिए और मैं किसी को भी मना नहीं कर रहा हूं. जिस दिन मैं वैक्सीन करा लूंगा, उस दिन लोग यह कहेंगे कि बाबा को योग पर विश्वास नहीं था, इसलिए वैक्सीन लगवा ली है. जिनका बीपी बढ रहा है और जिनको सुगर है, जो मोटे हैं और जिनकी इम्युनिटी पहले से ही कमजोर है, उनको कोरोना होगा.
सवाल: क्या बिना वैक्सीन के योग बचा सकता है?
बाबा रामदेव: वैक्सीनेशन के साथ अगर लोग योग करेंगे तो इस बीमारी के कॉप्लीकेशन से भी बच जाएंगे. अभी भी करोड़ों लोग हैं, जो कोरोना से बचाव के लिए ली गई दवा लेने के बाद अभी तक संभले नहीं हैं. करीब 90 फीसदी लोगों को इस देश में कोरोना हुआ, लेकिन सिर्फ 2 से 5 प्रतिशत लोग ही अस्पताल में गए थे. जो अस्पताल नहीं गए, वह कैसे ठीक हुए. इसके पीछे योग और उनकी जीवन पद्धति बहुत उपयोगी रही. बहुत सालों पहले दवाइयां नहीं थी, लेकिन आयुर्वेद के द्वारा ही उनका इलाज होता था और वह 150 से ज्यादा वर्ष तक जिंदा रहते थे. इसके साथ ही मैं यह बता दूं कि वैक्सीन कितने दिन में आपके शरीर में इम्युनिटी बनाती है.
बाबा रामदेव ने कहा कि मैंने कभी अपने आप को डॉक्टर नहीं कहा. डॉक्टर रिसर्च नहीं करते हैं. 99 प्रतिशत डॉक्टर उसकी दवाइयों की गई रिसर्च को फॉलो करते हैं. मेरे पास 500 डॉक्टरों की टीम है. मेरे पास एम्स के डायरेक्टर और भोपाल एम्स के डॉक्टर हैं. इसके साथ ही अमेरिका तक के भी डॉक्टर हैं. स्वामी रामदेव ने चींटी से लेकर हाथी तक का किसका बुरा कर दिया. मैं सुबह 4 बजे से लेकर रात के 10 बजे तक काम करता हूं.
मैंने 4 वेद, 11 उपनिशद, 18 पुराण, 6 दर्शन और गीता पढ़ी है. अगर आप इस पढ़ने लिखने को मूर्खता कहते हैं तो मुझे यह स्वीकार है. जिन लोगों को अपनी संस्कृति और विरासत के बारे में गौरव नहीं, उनको स्वामी रामदेव को गाली देने दो. हमारे यहां पर 50 मॉड्यूल के यहां पर रिसर्च चलता है. 25 से ज्यादा रिसर्च पेपर हमारे पब्लिश हुए हैं और सभी को निकालकर देख लें कि योग से कितना फायदा होने की बात उनमें कही गई है.