नई दिल्ली। गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट आईएनसी ने शुक्रवार को वैश्विक स्तर पर 12,000 कर्मचारियों की छंटनी करने का एलान किया। ये कंपनी की कुल कमर्चारियों का छह प्रतिशत है। इस छंटनी से कंपनी में काम कर रहे लगभग सभी विभागों के कर्मचारी प्रभावित होंगे। कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई की ओर से कहा गया कि हम उन सभी फैसलों की जिम्मेदारी लेते हैं, जो हमें यहां तक ले आए हैं।
इस छंटनी के ऐलान के बाद गूगल का नाम भी उन कंपनियों में शामिल हो गया है, जिन्होंने अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका आने के चलते अपने परिचालन को कम किया और कर्मचारियों की संख्या में कटौती की है। इससे पहले फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा, ट्विटर, अमेजन जैसी कंपनियां नौकरियों में कटौती कर चुकी हैं।
सुदंर पिचाई का बयान
अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई की ओर से जारी एक नोट में कहा गया कि मैं अपने मजबूत मिशन, हमारे उत्पादों और सेवाओं के मूल्य और एआई में हमारे शुरुआती निवेश की बदौलत हमारे सामने बड़े अवसर को लेकर आश्वस्त हूं।
विश्लेषकों के अनुमान से कमजोर नतीजे
अक्टूबर में कंपनी की ओर से जारी किए गए नतीजों में आय और लाभ विश्लेषकों के अनुमान से कम रहा था। इस दौरान कंपनी का लाभ 27 प्रतिशत गिरकर 13.9 अरब डॉलर पर आ गया। इसके साथ ही पिचाई ने कहा था कि गूगल अपने खर्चों पर अंकुश लगाएगा। वहीं, मुख्य वित्तीय अधिकारी रूथ पोराट ने कहा कि नई नौकरियों की संख्या पिछली अवधि की तुलना में चौथी तिमाही में आधी से अधिक घट जाएगी।
लागत को कम करने पर काम कर रहा गूगल
पिछले कुछ महीनों में गूगल की ओर से लागत को कम करने के लिए भी कई तरह के कदम उठाए गए हैं। कंपनी ने अगली पीढ़ी के Pixelbook लैपटॉप के लॉन्च को भी रद कर दिया था। वहीं, अपनी क्लाउड गेमिंग सेवा Stadia को स्थायी रूप से बंद कर दिया था।