नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को बुधवार को होने वाली महिला आइपीएल (डब्ल्यूआइपीएल) की पांच टीमों की नीलामी से कम से कम 4000 करोड़ रुपये की कमाई होने की उम्मीद है।
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार टीमों की बंद बोली नीलामी में प्रत्येक टीम के 500 से 600 करोड़ रुपये में बिकने की उम्मीद है। इससे पहले पुरुष आइपीएल टीमों की नीलामी में काम कर चुके उद्योग जगत से जुड़े एक सूत्र ने कहा, ‘डब्ल्यूआइपीएल में काफी संभावना है। कुछ बोली 500 करोड़ रुपये या इससे अधिक तक लग सकती हैं। 800 करोड़ रुपये से अधिक की बोली लगने की संभावना कम है।’
डब्ल्यूआइपीएल की टीमों को खरीदने के लिए 30 से अधिक कंपनियों ने पांच करोड़ रुपये में बोली दस्तावेज खरीदे हैं। इनमें पुरुष आइपीएल टीमों का मालिकाना हक रखने वाली 10 कंपनियां भी शामिल है। अडानी ग्रुप, टोरेंट ग्रुप, हल्दीराम प्रभुजी, कैपरी ग्लोबल, कोटक और आदित्य बिरला ग्रुप ने भी टीमों को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है।
इनमें वह कंपनियां भी शामिल हैं, जो 2021 में पुरुष आइपीएल की दो नई टीमों को खरीदने में नाकाम रही थी। आइपीएल टीमों में मुंबई इंडियंस, राजस्थान रायल्स, दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइटराइडर्स टीम खरीदने में अधिक दिलचस्पी दिखा सकते हैं। उन्होंने वैश्विक स्तर पर भी टीम खरीदी हैं।
बोली से जुड़े आइपीएल फ्रेंचाइजी के एक पूर्व अधिकारी ने कहा, ‘माना कि कोई फ्रेंचाइजी पांच साल के लिए 500 करोड़ रुपये की सफल बोली लगाती है तो यह प्रतिवर्ष 100 करोड़ रुपये होगा। बीसीसीआइ अपने मीडिया प्रसारण अधिकारों के राजस्व को वितरित करता है जो कमाई का मुख्य स्त्रोत है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘दूसरा बीसीसीआइ के प्रयोजन से मिलने वाला हिस्सा है। तीसरा फ्रेंचाइजी अपने खुद के प्रायोजन से कमाई करती है तथा चौथा गेट की बिक्री और टिकटों की बिक्री से होने वाली कमाई है।’ पांच टीमों का महिला आइपीएल मार्च में मुंबई में खेला जाएगा।