नई दिल्ली : 23 फरवरी यानी कल भारतीय महिला टीम और ऑस्ट्रेलिया टीम (IND W vs AUS W) के बीच खेले गया सेमीफाइनल मुकाबला रोमांच से भरपूर रहा। इस मैच में कंगारू टीम को 5 रन से जीत मिली और इसी के साथ भारत का फाइनल में पहुंचने का सपना चकनाचूर हो गया।
पहले बल्लेबाजी करते हुए कंगारू टीम ने भारतीय महिला टीम को जीत के लिए 173 रनों का लक्ष्य दिया था। इसके जवाब में उतरी भारतीय महिला टीम 8 विकेट के नुकसान पर 167 रनों पर ढेर हो गई। ऐसे में इस आर्टिकल के जरिए बताते है भारतीय टीम की हार के 3 बड़े कारणों के बारे में विस्तार से।
IND W vs AUS W: नॉकआउट मुकाबले में भारतीय टीम की हार के 3 बड़े कारण
1. भारत की ओपनिंग जोड़ी रही फ्लॉप
सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम की हार का पहला कारण टीम इंडिया की ओपनिंग जोड़ी का खराब प्रदर्शन रहा। बता दें कि पारी का आगाज करने उतरी शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना सस्ते में अपना विकेट गंवा बैठी। शेफाली वर्मा महज 9 रन, तो स्मृति मात्र 2 रन बनाकर पवेलियन लौटी।
2. खराब फील्डिंग बनी हार की वजह
लिस्ट में दूसरे नंबर पर है भारतीय महिला टीम की खराब फील्डिंग, जिसके चलते भारत ने सेमीफाइनल मुकाबले ऑस्ट्रेलिया टीम 172 रन का स्कोर खड़ा कर पाई। बता दें कि मैच में दो अहम कैच ड्रॉप हुए। ऋचा घोष ने कंगारू टीम की पारी के दौरान कप्तान मेग लैनिंग का कैच ड्रॉप किया। इस दौरान कप्तान लैनिंग 1 रन पर बल्लेबाजी कर रही थी। हालांकि, बाद में लैनिंग 49 रन बनाकर आउट हुई।
इसके अलावा शेफाली वर्मा ने 11वें ओवर में बेथ मूनी का कैच मिस किया। वहीं, भारतीय टीम ने सिर्फ कैच ही नहीं, बल्कि 17वें ओवर में भारत ने रन आउट का भी मौका छोड़ा। इन गलतियों के अलावा भारतीय फील्डिरों के हाथ से कई बार गेंद फिसली और ऐसे में जहां एक रन होता, वहां 2 रन मिले या फिर कुछ गेंदों में बाउंड्री भी चली गई।
3. खराब गेंदबाजी से भारत का टूटा फाइनल में पहुंचने का सपना
इसके अलावा भारतीय महिला टीम की खराब गेंदबाजी भी देखने को मिली। सेमीफाइनल मुकाबले में रेणुका ठाकुर ने 4 ओवर में 41 रन लुटाए और कोई सफलता हासिल नहीं की। इसके अलावा पूजा वस्त्राकर की जगह टीम में शामिल हुई स्नेह राणा ने भी 4 ओवर में कुल 33 रन लुटाए और कोई सफलता नहीं हासिल की। भारतीय टीम की तरफ से स्नेहा पांडे ने 2 विकेट, तो दीप्ति शर्मा और राधा यादव ने 1-1 विकेट चटकाए।