नई दिल्ली। अनुभवी तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने पूर्व भारतीय हेड कोच रवि शास्त्री के प्रबंधन के स्टाइल को याद करते हुए कहा कि वो आपको ऐसी बातें कहेंगे, जिसका आपको बुरा लगे, आपको बातें चुभे और आपको गुस्से से भर दें। ईशांत शर्मा ने क्रिकबज के स्पेशल शो द राइज ऑफ न्यू इंडिया में बातचीत करते हुए कहा कि शास्त्री का उनकी प्रगति में काफी प्रभाव है।
रवि शास्त्री में थी ये खूबी
ईशांत शर्मा ने साथ ही कहा कि रवि शास्त्री जानते थे कि खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कैसे निकालना है। उन्होंने कहा, ‘रवि भाई का हमारी प्रगति में काफी प्रभाव रहा है। सबसे बड़ी बात थी कि वो हमेशा सकारात्मक चीजें कहते थे, भले ही हमारा खराब मैच गुजरा हो। उनकी एक और ताकत थी कि वो जानते थे कि खिलाड़ी से सर्वश्रेष्ठ कैसे निकालना है।’
ईशांत शर्मा ने कहा कि शास्त्री ऐसी चीजें कहते थे, जो आपको झकझोर दे, आपको बातें चुभे और आपको गुस्से से भर दें। शर्मा ने कहा कि शास्त्री जानते थे कि ईशांत का 100 प्रतिशत मैदान पर निकालने के लिए उन्हें गुस्सा दिलाना जरूरी है। तेज गेंदबाज ने कहा, ‘जैसा कि मेरे साथ था। उन्हें पता था कि अगर मुझसे 100 प्रतिशत निकालना है तो मुझे गुस्सा दिलाना होगा। तो वो ऐसी चीजें कहते थे, जो आपको बुरी लगे, चुभे, आपको गुस्से से भर दे।’
इस तरह काम करते थे शास्त्री
34 साल के तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने बताया कि रवि शास्त्री को पता था कि खिलाड़ी को क्या कहा जाए कि वो अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके देगा तो उससे उसी हिसाब से बातचीत करते थे। ईशांत ने कहा, ‘उन्हें पता था कि खिलाड़ी को क्या बोलने से बेहतर प्रदर्शन आएगा। वो इसी तरह व्यक्तिगत स्तर पर काम करते थे। हालांकि, मैच समाप्त होने के बाद वो बिलकुल अलग व्यक्ति बन जाते थे। शास्त्री कहते थे, ‘अगर खराब मैच गुजरा तो भूल जाओ।’ अगले मैच पर ध्यान रखो।’
रवि शास्त्री के मार्गदर्शन में ईशांत शर्मा 100 या ज्यादा टेस्ट खेलने वाले भारत के दूसरे तेज गेंदबाज बने थे। इससे पहले केवल कपिल देव ही हैं, जिन्होंने 100 या ज्यादा टेस्ट मैच खेले हैं। उन्होंने नवंबर 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेला था।