नईदिल्ली : बाजार नियामक सेबी के प्रतिबंध लगाने के बाद अभिनेता अरशद वारसी ने सफाई दी है। अरशद ने ट्विटर पर लोगों से अनुरोध किया कि वे सुनी-सुनाई बातों पर विश्वास न करें। अभिनेता ने कहा कि उन्हें और उनकी पत्नी मारिया गोरेटी को शेयर बाजार का कोई ज्ञान नहीं है।
उन्होंने ट्वीट किया, कृपया आप जो कुछ भी खबरें पढ़ रहे हैं, उस पर विश्वास न करें। शेयरों के बारे में मारिया और मेरी जानकारी शून्य है। सलाह लेकर शारदा में निवेश किया और कई अन्य लोगों की तरह हमने भी मेहनत की सारी कमाई खो दी।
यूट्यूब वीडियो के जरिये शेयरों की कीमतों में हेराफेरी का आरोप
अरशद वारसी और उनकी पत्नी मारिया गोरेटी तथा अन्य लोगों पर यूट्यूब चैनल पर वीडियो अपलोड कर दो कंपनियों के शेयरों के दाम में हेराफेरी करने का आरोप लगा है। सेबी ने गुरुवार को अरशद वारसी, उनकी पत्नी मारिया और साधना चैनल के कुछ प्रवर्तकों समेत 45 लोगों को प्रतिभूति बाजार में कारोबार करने पर प्रतिबंध लगा दिया।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने जांच में पाया कि ये लोग यूट्यूब चैनल पर गुमराह करने वाला वीडियो डालकर निवेशकों से साधना ब्रॉडकॉस्ट और शार्पलाइन ब्रॉडकॉस्ट के शेयरों को खरीदने की सिफारिश कर रहे थे। सेबी ने अरशद समेत 45 लोगों पर पाबंदी लगाने के अलावा यूट्यूब चैनल पर भ्रामक वीडियो डालने के बाद अवैध रूप से कमाए गए 54 करोड़ भी जब्त करने का आदेश दिया है। यह भी कहा गया है कि वे अगले आदेश तक अपनी कोई भी संपत्ति न बेचें। भ्रामक वीडियो के बाद दोनों कंपनियों के शेयरधारकों की संख्या अचानक बढ़ गई।
ये भी पाए गए दोषी
मनीष मिश्रा, अंशु मिश्रा, दीपक द्विवेदी, जतिन शाह, हेली शाह, दैविक शाह, अंगद राठोड़, पुरव पटेल, सुभाष अग्रवाल, गौरव गुप्ता, पूजा अग्रवाल, वरुण मीडिया, राकेश गुप्ता व अन्य।
अप्रैल-सितंबर, 2022 के दौरान हुई मामले की जांच
नियामक ने अप्रैल-सितंबर, 2022 के दौरान मामले की जांच की। इसमें पाया कि शेयरों की कीमतों एवं वॉल्यूम में अप्रैल, 2022 और जुलाई, 2022 के बीच जबरदस्त उछाल आया। जुलाई के मध्य में साधना के शेयरों के बारे में गुमराह करने वाले ये वीडियो ‘द एडवाइजर और मनीवाइज’ के यूट्यूब चैनल पर डाले गए। ऐसे ही वीडियो मई, 2022 में शार्पलाइन के बारे में भी मिडकैप कॉल्स व प्रॉफिट यात्रा चैनल पर अपलोड किए गए।
जांच में पाया…बढ़ी कीमतों पर शेयर बेच कमाया मुनाफा
सेबी ने अपने दो अलग-अलग अंतरिम आदेशों में कहा, इन वीडियो ने झूठी और भ्रामक खबरें फैलाईं ताकि निवेशकों को असाधारण मुनाफे के लिए साधना ब्रॉडकास्ट एवं शार्पलाइन ब्रॉडकास्ट के शेयर खरीदने की सलाह दी जा सके। इन शेयरों के वॉल्यूम में बड़ी संख्या में खुदरा निवेशकों का योगदान है, जो संभवतः भ्रामक वीडियो से प्रभावित हैं। इस दौरान कुछ प्रवर्तकों और साधना के प्रमुख प्रबंधन ने बढ़ी कीमतों पर अपनी हिस्सेदारी का महत्वपूर्ण हिस्सा बेचकर मुनाफावसूली की।
अरशद को 29.43 लाख और पत्नी को 37.56 लाख का लाभ
साधना मामले में अरशद वारसी ने 29.43 लाख और उनकी पत्नी ने 37.56 लाख रुपये का लाभ कमाया। इरशाद हुसैन वारसी ने 9.34 लाख कमाए। तीनों कृत्रिम रूप से शेयरों में वॉल्यूम बढ़ा रहे थे।
एक वीडियो में…अदाणी समूह के साधना को खरीदने का झूठा दावा
चैनलों पर भ्रामक वीडियो में दावा किया गया था कि अदाणी समूह साधना ब्रॉडकास्ट को खरीद रहा है। सौदे के बाद कंपनी का मार्जिन बढ़ जाएगा। दूसरे वीडियो में दावा किया गया कि कंपनी फिल्म निर्माण की ओर बढ़ रही है। एक बड़े अमेरिकी निवेशक ने चार धार्मिक फिल्मों के निर्माण के लिए 1,100 करोड़ रुपये का करार किया है।