नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के एक पूर्व रणजी क्रिकेटर नागराजू बुदुमुरु को कथित तौर पर धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उन्होंने 60 कंपनियों से 3 करोड़ रुपये की ठगी की थी। 28 वर्षीय बुदुमुरु को 12 लाख रुपये की इलेक्ट्रॉनिक्स चेन के साथ कथित रूप से धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उन्होंने आंध्र के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी का सलाहकार बनकर ठगी की है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी ने खुद को रेड्डी का सहयोगी बताकर शहर के एक इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर के एक कर्मचारी को फोन किया। साथ ही पैसों की मांग की। आरोप है कि बुदुमुरु ने अपनी पहचान और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) के साथ अपने जुड़ाव को साबित करने के लिए जाली दस्तावेज बनाए।
पुलिस ने किया खुलासा
बता दें कि कंपनी द्वारा आरोपी को 12 लाख रुपये हस्तांतरित किए जाने के बाद पूर्व क्रिकेटर के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी, लेकिन बाद में सौदे पर कोई बातचीत नहीं हुई। साइबर क्राइम के डीसीपी डॉ. बालसिंग राजपूत ने बताया कि, “शिकायत मिलने के बाद, हमारी टीम ने उस पैसे को ट्रैक करना शुरू किया जो प्रायोजन के रूप में दिया जाना था। मनी ट्रेल ने बुदुमुरु की ओर इशारा किया। हमने उसे इस हफ्ते की शुरुआत में आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में उसके पैतृक स्थान-यावरीपेट्टा से गिरफ्तार किया था।”
सनराइजर्स हैदराबाद ने खरीदा था
पुलिस के मुताबिक, बुदुमुरु ने लगभग 3 करोड़ रुपये के लिए 60 कंपनियों को धोखा दिया है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने आरोपियों से करीब 7.6 लाख रुपये बरामद किए हैं। गौरतलब हो कि बुदुमुरु 2014 से 2016 तक आंध्र रणजी ट्रॉफी टीम का हिस्सा थे। वह एक बार इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) फ्रेंचाइजी सनराइजर्स हैदराबाद का भी हिस्सा रह चुके हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि पूर्व क्रिकेटर एमबीए स्नातक हैं। साथ ही 2016 में एक व्यक्तिगत बल्लेबाज द्वारा सबसे लंबे नेट सत्र के लिए गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज है।