छत्तीसगढ़

रवींद्र जडेजा : दिग्गज स्पिन ऑलराउंडर एक वक्त फास्ट बॉलर बनने के सपने देखता था? लेकिन बन गए स्पिन ऑलराउंडर

नईदिल्ली : रवींद्र जडेजा वर्तमान में क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में टॉप ऑलराउंडर्स की लिस्ट में शामिल है. टेस्ट हो, वनडे हो या टी20 मुकाबले हो, यह खिलाड़ी सभी फॉर्मेट में गेंद और बल्ले से लाजवाब प्रदर्शन करता रहा है. हाल ही में संपन्न हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उन्होंने अपनी गेंदों से तो ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशान रखा ही, साथ ही बल्लेबाजी करते हुए भी कुछ अहम पारियां खेली. वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में भी वह ‘प्लेयर ऑफ दी मैच’ रहे थे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह दिग्गज स्पिन ऑलराउंडर एक वक्त फास्ट बॉलर बनने के सपने देखता था?

रवींद्र जडेजा ने अपने बचपन के सपने को बयां किया. उन्होंने बताया कि वह हमेशा से एक तेज गेंदबाज बनना चाहते थे और बाउंसर फेंकना उन्हें सबसे अच्छा लगता था.

जडेजा ने बताया, ‘जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था, तो मैं एक तेज गेंदबाज बनना चाहता था. मुझे फास्ट बॉलिंग पसंद थी. दूसरे तेज गेंदबाज जब बाउंसर फेंकते थे तो मुझे उन्हें देखना अच्छा लगता था. उन्हें देखकर मुझे भी लगता था कि मैं भी बल्लेबाजों को बाउंसर फेंकू, लेकिन मेरे पास एक तेज गेंदबाज बनने जैसी स्पीड नहीं थी.’ फास्ट बॉलिंग नहीं कर पाने के कारण ही जडेजा ने धीरे-धीरे बल्लेबाजी और स्पिन गेंदबाजी पर फोकस किया और आज उनकी गिनती दिग्गज ऑलराउंडर्स में होती है.

जडेजा ने इस दौरान एक अहम बात भी बताई. उन्होंने बताया कि उनकी यह क्रिकेट यात्रा दो महेंद्र के बीच से होकर गुजरी है. उन्होंने कहा, ‘मैंने माही भाई को भी यह बात बताई थी कि मेरा क्रिकेट का सफर जामनगर के मेरे कोच महेंद्र सिंह चौहान से लेकर सीएसके में मेरे कप्तान एमएस धोनी के बीच ही रहा है. वाकई में मेरा अब तक का पूरा क्रिकेटिंग करियर इन दोनों के बीच से ही गुजरा है.’