नई दिल्ली: भारत में इस साल वनडे वर्ल्ड कप का आयोजन होने जा रहा है। उससे पहले पाकिस्तान में एशिया कप प्रस्तावित है। दूसरी ओर टीम इंडिया जून में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेलेगी। ऐसे में भारतीय टीम के पास आईसीसी ट्रॉफी जीतने का मौका होगा। टीम इंडिया ने एमएस धोनी की कप्तानी में 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीता था। इसके बाद टीम ने 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी। इसके बाद भारतीय टीम के हाथ आईसीसी ट्रॉफी के लिए तरस रहे हैं।
ट्रॉफियों की बारिश होगी
भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने आईसीसी की दो प्रतियोगिताओं में भारत की संभावनाओं पर चर्चा की है। उन्होंने महान सचिन तेंदुलकर और लियोनेल मेसी का उदाहरण देते हुए बयान दिया। स्पोर्ट्सयारी से बात करते हुए शास्त्री ने कहा कि भारत आईसीसी इवेंट्स में लगातार अच्छा रहा है और उन्हें लंबे समय से आईसीसी ट्रॉफी का इंतजार है, लेकिन उन्होंने आलोचकों और प्रशंसकों से धैर्य रखने की बात कही। शास्त्री को लगता है कि एक बार जब भारत जीतना शुरू करेगा तो ट्रॉफियों की बारिश होगी।
सचिन ने छह विश्व कप टूर्नामेंट खेले
अनुभवी भारतीय क्रिकेटर ने सचिन का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि सचिन ने अपने शानदार करियर में एक ट्रॉफी जीतने से पहले छह विश्व कप टूर्नामेंट खेले। शास्त्री ने अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर मेसी का नाम लेते हुए कहा कि एक बार बंधनों को तोड़ने के बाद उन्होंने कोपा अमेरिका और फीफा विश्व कप जीता।
लियोनेल मेसी को देखें, वे एक क्लासिक उदाहरण हैं
उन्होंने कहा- मुझे लगता है कि वे लगातार इसके लिए बने रहे हैं। वे नियमित रूप से फाइनल, सेमीफाइनल में पहुंचे। सचिन तेंदुलकर को देखिए, उन्हें एक आईसीसी ट्रॉफी जीतने के लिए छह विश्व कप खेले थे। 6 वर्ल्ड कप यानी 24 साल, अपने आखिरी विश्व कप में उन्होंने जीत हासिल की। लियोनेल मेसी को देखें, वे एक क्लासिक उदाहरण हैं। मेरा मतलब है कि वह कितने समय से खेल रहे हैं और जब उन्होंने जीतना शुरू किया, तो उन्होंने कोपा अमेरिका और विश्व कप जीता और फाइनल में भी स्कोर किया। इसलिए आपको इंतजार करना होगा।
भारत ने पिछले 10 वर्षों में आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है। भारत पिछले दस साल में दो बार वनडे वर्ल्ड कप (2015 और 2019) के सेमीफाइनल में पहुंचा। टी20 विश्व कप में वे 2014 में फाइनल में पहुंचे थे जबकि 2016 और 2022 में दो सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। चैंपियंस ट्रॉफी और उद्घाटन डब्ल्यूटीसी टूर्नामेंट दोनों में वे फाइनल में हार गए थे।